जल के गुण
शुद्ध जल होता पारदर्शी
स्वादहीन और गंधहीन।
ठोस, द्रव और गैस में होता
साथ होता ये रंगहीन।।
यह होता सार्वत्रिक विलायक
कई पदार्थ इसमें घुलते।
शुद्ध जल विद्युत का कुचालक
सूत्र H2O हम पढ़ते।।
अणुभार 18 इसका
सामान्य ताप पर द्रव होता।
जीरो डिग्री सेल्सियस पर
बर्फ रूप धारण करता।।
100 डिग्री सेल्सियस पर
ये गर्म होके उबलता है।
इसलिए हिमांक शून्य है
क्वथनांक 100 होता है।।
तीन चौथाई भाग पृथ्वी का
लगभग जल से घिरा होता।
सत्तानवे भाग समुद्र में
दशमलव 6 पेयरूप होता।।
70 प्रतिशत शरीर में जल है
जल ही जीवन का आधार।
सभी जीव के लिए जरूरी
वरना जीवन है बेकार।।
रचयिता
साकेत बिहारी शुक्ल,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय -कटैया खादर,
विकास खण्ड-रामनगर,
जनपद-चित्रकूट।
मोबाइल-9695712961
स्वादहीन और गंधहीन।
ठोस, द्रव और गैस में होता
साथ होता ये रंगहीन।।
यह होता सार्वत्रिक विलायक
कई पदार्थ इसमें घुलते।
शुद्ध जल विद्युत का कुचालक
सूत्र H2O हम पढ़ते।।
अणुभार 18 इसका
सामान्य ताप पर द्रव होता।
जीरो डिग्री सेल्सियस पर
बर्फ रूप धारण करता।।
100 डिग्री सेल्सियस पर
ये गर्म होके उबलता है।
इसलिए हिमांक शून्य है
क्वथनांक 100 होता है।।
तीन चौथाई भाग पृथ्वी का
लगभग जल से घिरा होता।
सत्तानवे भाग समुद्र में
दशमलव 6 पेयरूप होता।।
70 प्रतिशत शरीर में जल है
जल ही जीवन का आधार।
सभी जीव के लिए जरूरी
वरना जीवन है बेकार।।
रचयिता
साकेत बिहारी शुक्ल,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय -कटैया खादर,
विकास खण्ड-रामनगर,
जनपद-चित्रकूट।
मोबाइल-9695712961
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