भाई परमानन्द
भाई परमानन्द
महान क्रांतिकारी
जन्म दिवस विशेष
जन्म दिवस है ४ नवम्बर सन अठरा सौ छिहत्तर।
मृत्यु उन्नीस सौ सैंतालीस दिनांक है 8 दिसम्बर।।
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक महान क्रान्तिकारी।
असंख्य राष्ट्र भक्तों की प्रेरणा आजादी के आप पुजारी।।
आर्यसमाज और वैदिक धर्म के एक अनन्य प्रचारक।
इतिहासकार, साहित्यमनीषी और शिक्षाविद् सुविचारक।।
भगत सिंह, सुखदेव और 'बिस्मिल', करतार सिंह सराबा।
ये बलि-पथ के राही बने थे, आपकी उनमें आभा।
देशभक्ति, राजनीतिक दृढ़ता तथा स्वतन्त्र विचारक।
भाई परमानन्द अमर हैं आजादी के संवाहक।।
विषम परिस्थिति डिगा सकी न डटकर प्रतिकार किया।
स्वातन्त्रय समर में आहुति देना जिनने स्वीकार किया।
परमानन्द ने हिंदी में भारत का इतिहास लिखा है।
प्रमुख राजाओं, महापुरुषों का जीवनवृत्त रखा है।।
इतिहास में जाति-भावना, इच्छाओं का सम्मान रखा है।
भारतीय संस्कृति सभ्यता को ही महत्व दिया है।
जीवन के संस्मरण लिखे हैं युवकों को किया प्रेरित।
पावन जन्म दिवस है उनका देश का कण कण प्रमुदित।।
रचयिता
राजकुमार शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चित्रवार,
विकास खण्ड-मऊ,
जनपद-चित्रकूट।
महान क्रांतिकारी
जन्म दिवस विशेष
जन्म दिवस है ४ नवम्बर सन अठरा सौ छिहत्तर।
मृत्यु उन्नीस सौ सैंतालीस दिनांक है 8 दिसम्बर।।
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक महान क्रान्तिकारी।
असंख्य राष्ट्र भक्तों की प्रेरणा आजादी के आप पुजारी।।
आर्यसमाज और वैदिक धर्म के एक अनन्य प्रचारक।
इतिहासकार, साहित्यमनीषी और शिक्षाविद् सुविचारक।।
भगत सिंह, सुखदेव और 'बिस्मिल', करतार सिंह सराबा।
ये बलि-पथ के राही बने थे, आपकी उनमें आभा।
देशभक्ति, राजनीतिक दृढ़ता तथा स्वतन्त्र विचारक।
भाई परमानन्द अमर हैं आजादी के संवाहक।।
विषम परिस्थिति डिगा सकी न डटकर प्रतिकार किया।
स्वातन्त्रय समर में आहुति देना जिनने स्वीकार किया।
परमानन्द ने हिंदी में भारत का इतिहास लिखा है।
प्रमुख राजाओं, महापुरुषों का जीवनवृत्त रखा है।।
इतिहास में जाति-भावना, इच्छाओं का सम्मान रखा है।
भारतीय संस्कृति सभ्यता को ही महत्व दिया है।
जीवन के संस्मरण लिखे हैं युवकों को किया प्रेरित।
पावन जन्म दिवस है उनका देश का कण कण प्रमुदित।।
रचयिता
राजकुमार शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चित्रवार,
विकास खण्ड-मऊ,
जनपद-चित्रकूट।
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