२७४~ मक़सूद अहमद सिद्दीक़ी (प्र०अ०) पूर्व माध्यमिक विद्यालय करमैनी, पिपराइच, गोरखपुर

🏅अनमोल रत्न🏅

मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद गोरखपुर से पूर्व माध्यमिक विद्यालय करमैनी, पिपराइच, गोरखपुर के प्रधानाध्यापक भाई
मक़सूद अहमद सिद्दीक़ी जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपने सकारात्मक और सहयोगात्मक व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय का नामांकन 62 से 120 करने में सफलता प्राप्त की है। जो हम सबके लिए अनुकरणीय है।

आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-

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पूर्व माध्यमिक विद्यालय करमैनी, पिपराइच, गोरखपुर
मक़सूद अहमद सिद्दीक़ी (प्र०अ०)
जब मैंने इस विद्यालय के प्रधान अध्यापक पद का कार्यभार ग्रहण किया तो उस समय विद्यालय की स्थिति अत्यन्त दयनीय थी। परिसर में जगह-जगह गड्ढे थे। बरसात में पानी भरा रहता था। कक्षा-कक्षों के फर्श टूटे हुए थे। नामांकन 62 छात्रों का था। ठहराव की स्थिति तो अत्यंत दयनीय थी।
हमने विद्यालय की स्थिति सुधारने की कोशिश एक संकल्प के साथ शुरू की। सर्व प्रथम योजना बनाई और उस पर काम करना शुरू कर दिया। तत्कालीन ग्राम प्रधान से सम्पर्क कर कुछ धन अपने वेतन से खर्च कर गड्ढों में मिट्टी गिरा कर बराबर कराया। योजनानुसार कक्षा कक्षों के सभी फर्श ठीक कराते गये।अंदर और बाहर की दीवारों की मरम्मत करवा कर पट्टी कराया।तत्पश्चात रंगाई-पुताई हूई। कक्षा कक्षों की दीवारों पर सदवाक्य व आकर्षक चित्रों का चित्रण कराया।बाहरी दीवारों पर स्वच्छता, स्कूल चलो अभियान, पर्यावरण एवं स्काऊट/गाइड सम्बन्धी चित्रों का चित्रण कराया। विद्यालय को सुंदर एवं आकर्षक बनाने के लिये क्यारियों का निर्माण कर पौधे लगाये गये। गमलों की भी व्यवस्था की गई।खेल का मैदान तो फूटबाल के मैदान से भी बड़ा है परंतु इस में गड्ढे अधिक हैं। इस में भी अपने वेतन से खर्च कर मिट्टी गिराने का क्रम जारी है।
हमने प्राइवेट स्कूलों को टक्कर देने के लिए संसाधनों की व्यवस्था की। इस क्रम में माइक सेट, पोडियम, कम्पुटर, प्रोजेक्टर, इनवर्टर, रिवालविंग चेयर,4 कुर्सियाँ, कालीन, 2 बड़ी दरी, सभी कक्षों के लिये खिड़कीयों के पर्दे, कंप्यूटर के लिये मेज, विज्ञान के लिये बड़ी मेज, ह्वाइट बोर्ड व सजावट की अन्य साजो सामान। वॉलीबाल, बास्केट बाल, फुटबाल नेट व अन्य खेल सामग्रियों की व्यवस्था की।
छात्रों के लिये आई०डी० एवं बेल्ट की भी व्यवस्था की गई है।
वर्तमान समय में विद्यालय में 17 कुर्सियाँ और 9मेज़ हैं।
गत शिक्षा सत्र 2017-18 में तत्कालीन बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री राम सागर पति त्रिपाठी द्वारा smart class का शुभारंभ हुआ।उक्त समारोह में BEO श्री रमेश कुमार, प्रा०शि० संघ के जिलाध्यक्ष श्री भक्त राज राम त्रिपाठी, श्री धर मिश्र, सुधांशु मोहन सिंह, श्री रमाकान्त तिवारी, श्री महेन्द्र कुमार पटेल, श्री विनोद कुमार वर्मा, डा. जया सिंह, मो0सबीह, श्री अर्शद हुसैन अन्य शिक्षक गण एवं अन्य गण मान्य काफी संख्या में सम्लित हुए। सरकारी स्कूलों में गरीब परिवारों के ही बच्चे पढ़ते हैं और इन में संसाधन प्राइवेट स्कूलों की अपेक्षा न के बराबर होते हैं। इसको ध्यान में रखते हुए हमने उन संसाधनों को पूरा करने का प्रयास किया। जिनका आज के शैक्षणिक परिवेश में अति आवश्यक है। जिस से छात्रों का सर्वांगीण विकास हो सके। विद्यालय प्रगति में हमारा परिवार, विद्यालय परिवार व अन्य शिक्षक गण एवं अन्य से आर्थिक सहयोग भी प्राप्त हुआ। बेसिक शिक्षा अधिकारी स्तर से विद्यालय स्तर से उनको सम्मानित भी किया गया।
नामांकन एवं ठहराव के लिये सामुहिक रूप में अभिभावकों से सम्पर्क कर प्रेरित किया जाता।व्यक्तिगत रूप से भी सम्पर्क किया जाता। हर महीने पी०टी०एम० की व्यवस्था की जाती। छात्रों की पढ़ाई लिखाई एवं अन्य गतिविधियों के विषय में उन से चर्चा की जाती।शैक्षणिक वातावरण को बेहतर बनाने के लिए हमारी टीम सदैव प्रयास रत रहती है। गत सत्र में नामांकन 115 था वर्तमान सत्र में 120 की संख्या है। ठहराव में भी वृद्धि हो रही है। अब तक प्राइवेट स्कूलों के भी छात्र नामांकन के लिए आने लगे।

पुर्व में 63 छात्रों के लिए डेस्क बेंच की व्यवस्था की गई थी।नामांकन वृद्दि को देखते हुये गत सत्र के प्रारंभ में 5 डेस्क बेंच और वर्तमान सत्र के प्रारंभ में 5 डेस्क बेंच की व्यवस्था अपने वेतन से करनी पड़ी। भविष्य में नामांकन वृद्धि होगी तो कक्षा-कक्ष, डेस्क बेंच और शिक्षक की व्यवस्था आवश्यक होगी।जिसके लिए प्रयास जारी है।
शिक्षण कार्य के साथ-साथ प्रार्थना के बाद प्रार्थना स्थल पर ही समान्य ज्ञान की जानकारी दी जाती है और प्रश्न भी सामुहिक रूप से पूछे जाते हैं। समाचार पत्रों से उपयोगी समाचारों की भी जानकारी दी जाती है। ठण्डे दिनों में पी०टी० एवं परेड भी कराया जाता। यह कार्यक्रम 30 मिनट का होता है।
"नो बैग डे" पर छात्र सफेद ड्रेस में विद्यालय आते हैं जिससे विद्यालय का वातावरण सुन्दर एवं आकर्षक हो जाता है। खेल में फूटबाल, वॉलीबाल, बास्केट बाल, कबड्डी,खो-खो, ऊंची कूद, लंबी कूद एवं दौड़ आदि कराये जाते। आर्ट में पेड़ पौधों, पशु पक्षियों, स्वच्छता,।पर्यावरण, स्कूल चलो अभियान एवं विद्यालय के भी चित्र बनवाए जाते हैं। मॉडल भी बनवाने की व्यवस्था की गई है।

विज्ञान प्रयोगशाला में डा0 वन्दना सिंह विषय सम्बन्धी प्रयोग कराती हैं ।
कम्प्युटर और प्रोजेक्टर के क्लास श्री कृष्णमोहन यादव अनुदेशक लेते हैं। कबड्डी और खो खो का भी अभ्यास कराते हैं।
श्रीमती आशा देवी शिक्षण कार्य के साथ-साथ स्वच्छ्ता और क्यारियों की देखभाल में विशेष रुचि रखती हैं। श्रीमती शशि कला यादव (स०अ०) नवाचार का प्रयोग शिक्षण कार्य में करती रहती हैं। विद्यालय को आगे बढ़ाने में इनकी मेहनत और लगन प्रशंसनीय है।

विद्यालय स्तर पर प्रतियोगिताएं भी करायी जाती हैं। जिस में खेल कूद, दौड़, भाषण, स्वच्छता, गीत, निबंध, कला एवं नाटक आदि हैं।नेतृत्व क्षमता विकसित करने के लिए 5 छात्रों का एक निर्णायक दल का गठन कर उन के द्वारा ही मूल्यांकन कराकर पुरस्कार प्रदान कराया जाता है।यह पिछले दो वर्षों से किया जा रहा है।
संकुल व ब्लाक स्तरीय प्रतियोगितओं में भी प्रतिभाग कराया जाता है। प्रदर्शन भी सराहनीय होते हैं।
पुन:उन सहयोगियों का आभार व्यक्त करते हैं जिनके सहयोग से जनपद के उत्कृष्ट विद्यालयों की सूची में स्थान प्राप्त करने में सफल रहे।
धन्यवाद:
मक़सूद अहमद सिद्दीक़ी (प्र०अ०)
पूर्व माध्यमिक विद्यालय करमैनी, पिपराइच, गोरखपुर

संकलन: आशीष शुक्ला
मिशन शिक्षण संवाद

नोट: आप अपने मिशन परिवार में शामिल होने, आदर्श विद्यालय का विवरण भेजने तथा सहयोग व सुझाव को अपने जनपद सहयोगियों को अथवा मिशन शिक्षण संवाद के वाट्सअप नम्बर-9458278429 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।

निवेदक: विमल कुमार
मिशन शिक्षण संवाद
12-11-2018

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