५६०~ अनमोल रत्न अमित बाबू (स०अ०) संविलियन विद्यालय करनपुर, बिसौली, बदायूँ, उत्तर प्रदेश
🏅 #अनमोल_रत्न🏅
👉1- शिक्षक का परिचय :-अमित बाबू (स०अ०)
संविलियन विद्यालय करनपुर, बिसौली, बदायूँ, उत्तर प्रदेश
प्रथम नियुक्ति- 9 नवंबर 2015,
वर्तमान विद्यालय में नियुक्ति- 6 अप्रैल 2018
👉2- विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने के प्रयास :-
A- स्वयं के प्रयास - वर्तमान विद्यालय में मैंने 6 अप्रैल सन 2018 को जॉइन किया था उस समय विद्यालय और बच्चों की स्थिति को देखकर यह दृढ़ निश्चय कर लिया कि इन बच्चों और विद्यालय के लिए कुछ खास करना है। विद्यालय में ग्रीन बोर्ड की स्थिति बहुत खराब थी सारे कमरों के बोर्डों में गड्ढे पड़े हुए थे। सबसे पहले प्रत्येक कमरे में अपने और एक शिक्षक के सहयोग से व्हाइट बोर्ड लाकर लगाए, विद्यालय में एक हारमोनियम खराब पड़ा हुआ था उसको ठीक करवाया ,1 महीने तक हारमोनियम को बजाना सीखा उसके बाद एक साउंड सिस्टम स्वयं के खर्चे पर लाकर विद्यालय में रखा और विद्यालय की प्रार्थना को हारमोनियम व माइक पर करवा कर आकर्षक बनाया। इस समय विद्यालय में एक प्रार्थना हिंदी की एक अंग्रेजी की व एक संस्कृत की प्रतिदिन होती है तथा संस्कृत के कुछ मंत्र व अभियान गीत भी होता है। मध्य अवकाश के समय बच्चों को व्यवस्थित तरीके से लाइन में बिठा कर भोजन मंत्र करवा कर भोजन करवाया जाता है। बच्चे शिक्षा के साथ संस्कार भी प्राप्त करें इसके लिए प्रतिदिन नैतिक शिक्षा और सदाचार की बातें बताई जाती हैं समाज में व गांव में व्याप्त कुरीतियों और आडंबर के बारे में भी बताया जाता है। विद्यालय में फर्श की स्थिति बहुत खराब थी बार-बार ग्राम प्रधान जी से आग्रह करके कमरों में टाइल्स लगवाई। बरसात में विद्यालय की फील्ड में पानी भर जाता था ग्राम प्रधान जी से आग्रह करके पूरे फील्ड में इंटरलॉकिंग करवाई गई। एक व्यापारी मित्र के सहयोग से 2 वर्ष तक विद्यालय के सभी बच्चों को आधी कीमत पर कॉपी उपलब्ध करवाई गई।
👉3- किए गए प्रयासों का परिणाम :-
सन 2018 में विद्यालय में छात्र संख्या 186 थी जो अब बढ़कर 246 हो गई है वर्तमान में 75 से 80% तक बच्चे प्रतिदिन उपस्थित रहते हैं 2021 में विद्यालय का संविलियन हो गया जिसमें 246 बच्चे प्राइमरी में तथा 129 बच्चे जूनियर में है कुल संख्या 375 हो गई है। ब्लॉक स्तर, जिला स्तर व राज्य स्तर पर कई बार प्रतियोगिताओं में बच्चे सफल हुए हैं। बच्चों को जो पाठ्य सहगामी क्रियाएं करवाई जाती हैं उनमें बच्चे इतना आनंदित हो जाते हैं कि छुट्टी का समय हो जाने पर भी बच्चे कहते हैं कि "सर अभी मन नहीं भरा क्या 1 घंटे बाद स्कूल बंद नहीं करा सकते"
👉4- विद्यार्थियों की उपलब्धियां :-
बदायूं के डीएम साहब द्वारा आयोजित जनपद स्तरीय दक्षता परीक्षा में सन 2018 में 1 छात्र व सन 2019 में 2 छात्र सफल हुए जिनको डीएम सर द्वारा साइकिल देकर सम्मानित किया गया। सन 2019 में राज्य स्तरीय योगाभ्यास प्रतियोगिता में विद्यालय के 1 छात्र रोहित को अच्छे प्रदर्शन करने पर एससीईआरटी के निदेशक श्री संजय सिन्हा द्वारा राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया। दिसंबर 2019 में जनपद स्तरीय विज्ञान प्रतियोगिता में विद्यालय के छात्र भगवान दास ने प्रथम स्थान प्राप्त किया जिसमें छात्र को प्रशस्ति पत्र शील्ड तथा ₹3000 का चेक देकर सम्मानित किया गया। लॉकडाउन में आयोजित मेरी उड़ान प्रतियोगिता में विद्यालय की छात्रा रुखसार को कहानी लेखन प्रतियोगिता में राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया। सन 2021 में जिला स्तरीय विज्ञान प्रतियोगिता में आयोजित निबंध प्रतियोगिता में विद्यालय की छात्रा रुखसार जिला स्तर पर द्वितीय स्थान पर रही। सन 2021 में राष्ट्रीय स्तर की आय एवं योग्यता आधारित छात्रवृत्ति परीक्षा में विद्यालय के 2 छात्रों का चयन हुआ जिसमे एक छात्र जिला टॉपर रहा । सन् 2022 में इसी परीक्षा में विद्यालय के 5 छात्र-छात्राओं का चयन हुआ जिनको 4 वर्षों तक ₹1000 प्रति माह कुल ₹48000 की छात्रवृत्ति केंद्र सरकार द्वारा दी जाएगी।
👉5- विद्यालय की प्रेरक, शिक्षण ,सांस्कृतिक, सामाजिक एवं खेलकूद गतिविधियाँ :- विद्यालय में पहुंचने पर मैंने सभी प्रमुख त्योहारों को बच्चों के बीच मनाना प्रारंभ कर दिया। दीपावली पर सभी बच्चों को खील, खिलौने, स्टील की चम्मच, मोमबत्ती, बताशे आदि बांटे जाते हैं। होली पर गुजिया तथा गुलाल बांटा जाता है। रक्षाबंधन पर राखी बनवाई जाती है, तीजों पर लड़कियों को मेहंदी बांटी जाती है। गर्मियों मे स्कूल बंद होने से पहले समर कैंप का आयोजन किया जाता है जिसमें बच्चों को विभिन्न गतिविधियां सिखाई जाती हैं। प्रत्येक शनिवार को इंटरवल के बाद बाल सभा करवाई जाती है विद्यालय के कुछ बच्चों को शिव तांडव स्तोत्रम, रुद्राष्टकम, महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम, मधुराष्टकम्, श्रीमद्भागवत गीता के सौ श्लोक आदि कंठस्थ करवाए हैं। विद्यालय के कुछ बच्चों को बहुत कठिन कठिन योगाभ्यास भी सिखाए हैं जिसके परिणाम स्वरूप आगंतुकों द्वारा कई बार बच्चों को नकद धन देकर सम्मानित किया गया है। राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित परीक्षा की तैयारी हेतु निर्धन बच्चों के लिए निशुल्क किताबें उपलब्ध करवाई जाती हैं तथा प्रतिदिन 2 घंटे की स्पेशल क्लास भी चलाई जाती है।
👉6- शिक्षकों और विद्यालय की उपलब्धियाँ :- सन 2018 में डीएम साहब द्वारा मुझे तथा विद्यालय के दो अन्य शिक्षकों को उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान प्रदान किया गया। सन 2019 में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर मुझे तथा विद्यालय की शिक्षिका श्रीमती निकेता को राज्य स्तर पर एस सी ई आर टी के निदेशक द्वारा सम्मानित किया गया ।शिक्षक दिवस की के मौके पर दो बार रोटरी क्लब द्वारा एक बार जायंट्स ग्रुप द्वारा तथा एक बार अक्रूर जी सेवा समिति द्वारा शिक्षक शिरोमणि सम्मान प्रदान किया गया। विद्यालय के 4 शिक्षकों को सन 2021 में स्थानीय विधायक द्वारा उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान प्रदान किया गया। मेरे अच्छे कार्यों को देखते हुए एक प्रतिष्ठित अखबार अमृत विचार में सन् 2021 में एक विशेष लेख भी छप चुका है। छात्रवृत्ति परीक्षा में बच्चों के अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए बीएसए सर द्वारा तथा कॉलेज ऑफ टीचर एजुकेशन लखनऊ द्वारा विद्यालय को सम्मानित किया गया।
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=pfbid02SAhw1BJFZZgGeAHpy9k8h8piPJuENfprcoYFKXf1fZdoHWisBytgJno6huY67n9Hl&id=100069042482506
👉7- मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश :- मिशन शिक्षण संवाद शिक्षकों के सम्मान के लिए शिक्षा के उत्थान के लिए बहुत ही अच्छा कार्य कर रहा है बहुत से ऐसे शिक्षक जो अपने-अपने स्कूलों में अच्छा कार्य कर रहे हैं उनको एक मंच पर लाकर जोड़ रहा है जिससे वह एक दूसरे से प्रेरणा लेकर और आगे बढ़ सके ।समाज में जो बेसिक शिक्षक की नकारात्मक छवि बनी हुई है उसको दूर करने की दिशा में एक सुदृढ़ और सकारात्मक कार्य कर रहा है।
👉8- शिक्षक समाज के लिए संदेश :- मैं अपने सभी शिक्षक साथियों से यह कहना चाहता हूं कि जिस हुनर व काबिलियत के बल पर हम इस सरकारी नौकरी को प्राप्त करने मे सफल हुए हैं तो हमें उस हुनर और काबिलियत का उपयोग करके उन गरीब बच्चों को भी पूर्ण मनोयोग से पढ़ाना चाहिए तथा उनकी तरक्की के मार्ग में एक पुल की भूमिका निभाएं ।
👉9- संकलन एवं सहयोग :- सचिन सक्सेना
मिशन शिक्षण संवाद परिवार बदायूँ
नोट :- यदि आपने और आपके किसी परिचित शिक्षक साथी ने अपने स्वयं के प्रयासों, समर्पण और संवेदनशीलता से शिक्षा के उत्थान, शिक्षक के सम्मान और मानवता के कल्याण के लिए कुछ प्रेरक एवं अनुकरणीय कार्य किए हैं तो भेजते रहें, भिजवाते रहें और सीखते - सिखाते रहें।।
बहुत-बहुत धन्यवाद!
हार्दिक शुभकामनाएँ!
28-08-2022
Comments
Post a Comment