५६२~ अनमोल रत्न निधि मिश्रा (स०अ०) उच्च प्राथमिक विद्यालय रौली कल्यानपुर, चित्रकूट, चित्रकूट, उत्तर प्रदेश

 🏅 अनमोल रत्न🏅

👉1. शिक्षक का परिचय:-
निधि मिश्रा (स०अ०)
उच्च प्राथमिक विद्यालय रौली कल्यानपुर, चित्रकूट, चित्रकूट, उत्तर प्रदेश


प्रथम नियुक्ति :- 23/09/2015
वर्तमान विद्यालय में नियुक्ति :- 23/09/2015

👉2:- विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने के प्रयास:-
A- स्वयं के प्रयास:-
1. विद्यालय में नियुक्ति पश्चात छात्र-छात्राओं की उपस्थिति संतोषजनक ना होने के कारण विद्यार्थियों के घर- घर जाकर उनके अभिभावकों से बातचीत कर विद्यालय ना आने के कारण को जाना एवं समझाना| अभिभावकों को शिक्षा के महत्व को बताया| अभिभावकों से बात करके पता चला कि अधिकांशत: परिवार गांव छोड़कर सपरिवार जीविकोपार्जन हेतु पंजाब, दिल्ली चले जाते हैं। ऐसी स्थिति पर मैंने उनसे कहा कि आप जितने दिन अपने गाँव पर हैं उतने दिन बच्चों को विद्यालय अवश्य भेजें ताकि वह इतना शिक्षित हो सके कि बैंक इत्यादि का कार्य स्वयं से कर सकें|
2. मेरी कक्षा में जो विद्यार्थी महीने में सर्वाधिक दिन उपस्थित रहा उसको सर्वाधिक उपस्थिति का पुरस्कार मैंने स्वयं की धनराशि से देना प्रारंभ किया| इससे अन्य विद्यार्थी विद्यालय प्रतिदिन आने के लिए प्रेरित हुए और दिन प्रतिदिन उनकी उपस्थिति कक्षा में बढ़ने लगी| अमावस्या के दिन छात्र नहीं आते थे किंतु कुछ समय पश्चात अमावस्या वाले दिन भी विद्यार्थी आने लगे|
3. प्रत्येक पाठ के समाप्त होने पर टेस्ट प्रारंभ किया, सर्वाधिक अंक अर्जित करने वाले छात्रों को पुरस्कृत किया। जिससे छात्र- छात्राओं में पढ़ने की रुचि बढ़ी|
4. विभिन्न प्रकार के T.L.M., खेल विधि ,ऑन स्पॉट टेस्ट ( जिस विषय वस्तु को कक्षा में पढ़ाया, पढ़ाने के पश्चात पांच स्वनिर्मित प्रश्न तुरंत हल करने को दिया जाता था इससे बच्चे कक्षा में ध्यान से सुनते थे एवं समझते थे ताकि वह टेस्ट में अच्छे नंबर प्राप्त कर सके) सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता इत्यादि का आयोजन समय-समय पर करना प्रारंभ कर दिया, इससे विद्यालय में पठन-पाठन का माहौल स्थापित हुआ और छात्र-छात्राओं की उपस्थिति भी बढ़ी|










5. बाल दिवस पर विद्यालय में छात्रों द्वारा दुकान लगाने का सुझाव दिया, जिससे छात्र छात्राओं ने दुकानें लगाई अभिभावकों को आमंत्रित किया गया| इस प्रकार छात्र-छात्राओं ने लेखा-जोखा का व्यवहारिक ज्ञान अर्जित किया इससे छात्र-छात्राओं में उत्सुकता और खुशी का माहौल रहा| अभिभावकों ने भी अपने बच्चों की सराहना की एवं विद्यालय में खरीदारी की|
6. सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन प्रारंभ किया, जिसमें छात्र-छात्राओं को नुक्कड़ नाटक, गीत, पर्यावरण संबंधी नाटक, नित्य इत्यादि सिखाया|
7. क्राफ्ट की कक्षा भी प्रारंभ की जिसमें शून्य निवेश पर वस्तुओं को निर्मित करना सिखाया जैसे दफ़्ती से पेन स्टैंड, वॉल हैंगिंग, पुरानी चूड़ियों से वॉल हैंगिंग, पेन स्टैंड,पुराने अखबार से लिफाफा आदि|
8. खेलकूद में छात्राओं को प्रतिभाग करने हेतु स्वयं भी छात्राओं के साथ बैडमिंटन, खो-खो, कैरम बोर्ड इत्यादि खेल खेले तथा उन्हें स्कूल एवं ब्लॉक में आयोजित खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करवाया एवं स्वयं भी उनके साथ वहां उपस्थित रही|
9. NMMS परीक्षा की तैयारी करवाने हेतु पुस्तकों एवं अन्य शिक्षण सामग्रियों को स्वयं की धनराशि से छात्रों को उपलब्ध कराया तथा व्हाट्सएप ग्रुप पर ऑनलाइन शिक्षण सामग्री भी साझा की गई तथा विद्यालय में इसके अंतर्गत सभी विषयों को पढ़ाया|
B. अन्य शिक्षकों के सहयोग से :- प्रार्थना, पी०टी०, एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में अन्य शिक्षकों का सहयोग प्राप्त हुआ|
C. जनप्रतिनिधि द्वारा सहयोग :- शैक्षिक कार्यक्रम मेआवश्यक सामग्री की उपलब्धता अभिभावकों द्वारा करा दी जाती है|
D. शासन के सहयोग से :- कायाकल्प के तहत विद्यालय में कुछ चीजें पहले से बेहतर हुई|
👉3. किए गए प्रयास का परिणाम:-
A. प्रयास से पहले नामांकन- 118
प्रयास के बाद नामांकन- 270
B. प्रतियोगिताओं में सफल छात्रों की संख्या- 8



















👉4. विद्यार्थियों की उपलब्धियां:-
A.1 विज्ञान क्विज प्रतियोगिता ब्लॉक स्तर पर प्रथम स्थान छात्रा ज्योति कक्षा 8 एवं मॉडल प्रदर्शनी में 11वां (प्रोत्साहन पुरस्कार)
2.NMMS 2022 परीक्षा में 8 छात्रों का चयन|
B. ब्लॉक स्तर पर खेल कूद प्रतियोगिता में छात्रों ने सफलता प्राप्त की है|
👉5: विद्यालय की प्रेरक शिक्षण गतिविधियां:-
1. विभिन्न प्रकार के t.l.m. एवं अन्य शिक्षण सामग्रियों द्वारा शिक्षण कार्य|
2. बालिकाओं की समस्या पेटिका निर्माण कराकर (छात्राएं अपने प्रश्न एवं समस्याएं पर्ची में लिखकर पेटिका में डाल देती हैं) जिनका निस्तारण किया जाता है|
3. समस्त प्रकार की प्रतियोगिताएं जैसे चित्रकला, निबंध, लेखन, पोस्टर, स्लोगन, कविता प्रतियोगिता, कहानी प्रतियोगिता, सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता, मेंहदी, रंगोली प्रतियोगिता, मिट्टी के दिए इत्यादि का आयोजन किया जाता है|
4. NMMS परीक्षा की विशेष कक्षाएं मेरे द्वारा स्वयं चलाई जाती हैं एवं शिक्षण सामग्री भी निशुल्क उपलब्ध कराई जाती है|
5. मिशन शिक्षण संवाद द्वारा आयोजित मासिक टेस्ट एवं अन्य प्रतियोगिताओं को ऑफलाइन एवं ऑनलाइन मेरे द्वारा विद्यालय में संचालित किया जा रहा है एवं दैनिक श्यामपट्ट कार्य भी प्रतिदिन मेरे द्वारा किया जा रहा है|
6. विज्ञान विषय को दैनिक जीवन के उदाहरणों से जोड़कर एवं ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करके छात्र छात्राओं को सिखाया जाता है| कुछ महत्वपूर्ण विषय वस्तु यूट्यूब द्वारा भी छात्र छात्राओं को पढ़ाई जाती हैं|
👉6. शिक्षकों और विद्यालय की उपलब्धियां:- शिक्षण कार्य रुचि पूर्वक करने हेतु जिलाधिकारी एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ है|
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=pfbid02RkF5FnEjc8nk8AD23hrVAjSWDbwwSTb8GMdxa8WFND5J6BpgGa463Bx5WohV1JEnl&id=100069042482506

👉7. मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश:-
मिशन शिक्षण संवाद सभी शिक्षकों के लिए एक ऐसा प्लेटफार्म है जहाँ हम अपने अंदर की छिपी प्रतिभा को पहचान कर उसका क्रियान्वयन शिक्षण कार्य में कर सकते हैं तथा अन्य शिक्षकों द्वारा अनेक शिक्षण विधियां टी एल एम इत्यादि साझा की जाती हैं जिससे मैंने बहुत कुछ सीखा एवं अपने छात्रों को विद्यालय में सिखाया|
सबसे महत्वपूर्ण बिंदु यह है कि NMMS परीक्षा मे मेरे यहां से विद्यार्थियों के चयन का पूरा श्रेय मिशन शिक्षण संवाद को ही जाता है क्योंकि पूरी जानकारी यहीं से मुझे प्राप्त हुई एवं स्टडी मटेरियल भी प्राप्त हुआ|
मिशन शिक्षण संवाद टीम का बहुत-बहुत धन्यवाद एवं विशेष धन्यवाद चित्रकूट एडमिन साकेत बिहारी भैया जी का जिन्होंने मुझे मिशन शिक्षण संवाद टीम में जोड़ा|🙏🏻
👉8. शिक्षक समाज के लिए संदेश:- हम सभी शिक्षकों का परम कर्तव्य है कि हम अपना कार्य इमानदारी से करे , इसके लिए हमें कोई पुरस्कार या सराहना या विद्यालय में किसी के सहयोग का इंतजार नहीं करना है अपितु अपने छात्रों के हित एवं उनके उज्जवल भविष्य के लिए उन्हें तैयार करना है| हमारे सफल छात्र ही हमारे अर्जित पुरस्कार है|
👉9. साभार- साकेत बिहारी शुक्ल चित्रकूट
👉10- संकलन - रविन्द्र कुमार सिंह
टीम मिशन शिक्षण संवाद परिवार
नोट :- यदि आपने और आपके किसी परिचित शिक्षक साथी ने अपने स्वयं के प्रयासों, समर्पण और संवेदनशीलता से शिक्षा के उत्थान, शिक्षक के सम्मान और मानवता के कल्याण के लिए कुछ प्रेरक एवं अनुकरणीय कार्य किए हैं तो भेजते रहें, भिजवाते रहें और सीखते - सिखाते रहें।।
बहुत-बहुत धन्यवाद!
हार्दिक शुभकामनाएँ!
28-08-2022 

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