बनें निपुण
निपुण कार्यक्रम की शुरुआत है,
बच्चों को भा रही ये बात है।
खेल-खेल में बच्चा पढ़ता जाएगा,
आसानी से निपुण बनता जाएगा।।
हर ब्लॉक निपुण बन जाएगा,
तब जनपद निपुण कहलाएगा।
हर प्रदेश में छाया ये कार्यक्रम है,
देखो! कैसा अद्भुत ये क्रम है।।
निपुण बने हर गली- मोहल्ला,
निपुणता से होए सबका भला।
निपुण कार्यक्रम की बही बयार,
बच्चा-बच्चा बने होशियार।।
भाषा गणित में होकर निपुण,
अन्य विषयों में पाएँ निपुणता।
समझ का स्तर बढ़ जब जाएगा,
जीवन में तब आए सुघड़ता।।
रचयिता
प्रतिभा भारद्वाज,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यामिक विद्यालय वीरपुर छबीलगढ़ी,
विकास खण्ड-जवां,
जनपद-अलीगढ़।
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