सुभद्रा कुमारी चौहान
अपनी उत्कृष्ट कविताओं से सबके
मन में देश प्रेम जगाया
भारत माता की बेटी ने कवयित्री और
स्वतंत्रता सेनानी के रूप में नाम पाया
16 अगस्त 1904 को इलाहाबाद के
निहालपुर में जन्मी महान कवयित्री
बचपन से ही वीर रस की कविताएँ
लिखती थीं महान कवयित्री
आजादी की लड़ाई में सक्रिय भूमिका
निभाई सुभद्रा कुमारी चौहान ने
स्वाधीनता संग्राम के लिए अनेकों बार
जेल की यातनाएँ भी सहीं आपने।।
झाँसी की रानी जैसी अनेकों कविताएँ
लिखकर जनमानस को जगाया
सामाजिक रूढ़ियों पर किया प्रहार
सुप्रसिद्ध कवयित्री का सम्मान पाया।।
15 फरवरी 1948 को महान कवयित्री
और स्वतन्त्रता सेनानी का निधन हुआ
महान स्वतन्त्रता सेनानी और कवयित्री के
जाने से सभी को दुख अपार हुआ।।
रचनाकार
मृदुला वर्मा,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय अमरौधा प्रथम,
विकास खण्ड-अमरौधा,
जनपद-कानपुर देहात।
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