२९१~ राजेश कुमार उपाध्याय प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय बेलौना, बरसठी, जौनपुर
🏅अनमोल रत्न 🏅
मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से बेसिक शिक्षा के अनमोल रत्न शिक्षक भाई राजेश कुमार उपाध्याय जी जनपद-जौनपुर से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और विद्यालय के प्रति समर्पित जुनून से विद्यालय को आकर्षक रूप के साथ शिक्षण गतिविधियों का केन्द्र बना दिया। यही कारण है कि विद्यालय अनेकों शक-शकाओं के परे सामुदायिक सहभागिता और सामाजिक विश्वास का केन्द्र बन गया। जो हम जैसै हजारों शिक्षकों के लिए प्रेरक और अनुकरणीय है।
आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये अनुकरणीय और प्रेरक प्रयासों को:-
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2239133209697597&id=1598220847122173
"Teaching is the mother of all profession" यह वाक्य हमने अपने कॉलेज के जमाने में कहीं किसी दीवार पर पढ़ा था और पता नहीं था कि यह वाक्य मेरे जीवन का सार बन जाएगा। सन-2006 में इस गरिमामय शिक्षक पद को ग्रहण किया और प्रथम नियुक्ति प्राथमिक विद्यालय कोेहड़ा, बरसठी, जौनपुर में हुआ।
शिक्षक का प्रभाव स्वयं से अधिक अन्य पर होता है जिसका अनुभव प्रधानाध्यापक बन कर जाना। जब सन-2015 में प्राथमिक विद्यालय बेलौना, बरसठी, जौनपुर का पद सम्भाले। हमें विरासत में कुछ न मिला सिवाए कुछ कमरे और बच्चों के।
"हम एक बागबां की तरह अपने विद्यालय के प्रत्येक पुष्प को सिंचित करते हैं वो चाहे फूल हों या हमारे बच्चे"
👉 #कल_और_आज -
बीते कल को इसी से समझ सकते हैं कि जब हम विद्यालय प्रथम दिवस गये और अपनी बाइक खड़ी किये तो कर्ण की तरह हमारा रथ भी जमीन में धस गया और जो सिंघासन मिला वो चरर-मरर के शोर से स्वागत कर रहा था। कोई ऐसी वस्तु न थी जो शोर न कर रहा हो, वो चाहे दरवाजे हो या ताला।
आज विद्यालय के हर कोने बोल रहे हों की आपका स्वागत है। दीवारों पर सुंदर चित्र और बाउंड्री पर लगे अलग अलग रंग दूर से ही बटोहियों का ध्यान आकर्षित करता है।
कक्षा कक्ष में डेस्क-बेंच, पोर्टबले साउंड सिस्टम, स्मार्ट क्लास ict युक्त शिक्षण हो रहा है।
#स्वयं_और_सामुदायिक_सहभागिता- विद्यालय को हर संभव व्यवस्था देने हेतु हम शिक्षकों ने अपना तन-मन-धन सब कुछ लगा दिया पर कहते हैं कि बिना पिलर के कोई बड़ी इमारत नहीं बनती और इसकी पूर्ति हमारे विद्यालय के अभिभावकों व ग्राम प्रधान श्री संदीप सिंह जी द्वारा हमें किसी चीज़ की कमी नहीं होने दिए। हर कक्षा में ग्रीन बोर्ड की व्यवस्था। विद्यालय में बढ़ते प्रेमभाव और शिक्षण को देखते हुए एक अभिभावक लल्लू चूड़िहार ने अपने आमदनी में से पैसे निकाल कर एक ड्रम बच्चों को पी.टी. के लिए दिया।
प्रातः पी.टी. होते देख रोज सुबह उस रास्ते से जाने वाले श्री राजेश कुमार पटेल जी ने आहूजा का माइक बच्चों को प्रार्थना हेतु प्रदान किया।
👉 #संख्या_बल_सत्र-2017 - 226 छात्र और सत्र-2018 - 230 छात्र, उपस्थिति दर- 75% वार्षिक
👉#शिक्षण_गतिविधियां-
दैनिक श्यामपट्ट कार्य
मासिक परीक्षा
राष्ट्र-गान के बाद बच्चों से प्रतिज्ञा
गतिविधि आधारित शिक्षण
ICT के माध्यम से रोचक शिक्षण कार्य सांस्कृतिक कार्यक्रम।
👉 #उपलब्धि
जनपद स्तरीय मंथन प्रतियोगिता बच्चों का सम्मानजनक स्थान प्राप्त क
रना। जनपद स्तरीय ICT प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त करना। वैसे बच्चों व विद्यालय की सबसे बड़ी उपलब्धि है आत्म संतुष्टि और अभिभावकों व समाज में बढ़ता विद्यालय का मान-सम्मान।
👉 #हमारा_सन्देश -
बदलाव उम्र से नहीं होता दोस्तों, बदलाव व्यक्ति के जुनून से होता है। जो युवा आये हैं अभी तो आपने उड़ना सीखा है तो क्यों न बुलंदियों को छू लो और जो प्रमोशन ले चुके हैं उनके लिए बस इतना ही कहना चाहता हूँ - "शमा अपने बुझने से पहले खूब तेज अपनी आभा बिखेरती है"
राजेश कुमार उपाध्याय
प्रधानाध्यापक
प्राथमिक विद्यालय बेलौना
बरसठी, जौनपुर।
👉नोट:- आप अपने मिशन परिवार में शामिल होने, आदर्श विद्यालय का विवरण भेजने तथा सहयोग व सुझाव को अपने जनपद सहयोगियों को अथवा मिशन शिक्षण संवाद के वाट्सअप नम्बर-9458278429 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।
निवेदक: विमल कुमार
30-12-2018
मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से बेसिक शिक्षा के अनमोल रत्न शिक्षक भाई राजेश कुमार उपाध्याय जी जनपद-जौनपुर से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और विद्यालय के प्रति समर्पित जुनून से विद्यालय को आकर्षक रूप के साथ शिक्षण गतिविधियों का केन्द्र बना दिया। यही कारण है कि विद्यालय अनेकों शक-शकाओं के परे सामुदायिक सहभागिता और सामाजिक विश्वास का केन्द्र बन गया। जो हम जैसै हजारों शिक्षकों के लिए प्रेरक और अनुकरणीय है।
आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये अनुकरणीय और प्रेरक प्रयासों को:-
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2239133209697597&id=1598220847122173
"Teaching is the mother of all profession" यह वाक्य हमने अपने कॉलेज के जमाने में कहीं किसी दीवार पर पढ़ा था और पता नहीं था कि यह वाक्य मेरे जीवन का सार बन जाएगा। सन-2006 में इस गरिमामय शिक्षक पद को ग्रहण किया और प्रथम नियुक्ति प्राथमिक विद्यालय कोेहड़ा, बरसठी, जौनपुर में हुआ।
शिक्षक का प्रभाव स्वयं से अधिक अन्य पर होता है जिसका अनुभव प्रधानाध्यापक बन कर जाना। जब सन-2015 में प्राथमिक विद्यालय बेलौना, बरसठी, जौनपुर का पद सम्भाले। हमें विरासत में कुछ न मिला सिवाए कुछ कमरे और बच्चों के।
"हम एक बागबां की तरह अपने विद्यालय के प्रत्येक पुष्प को सिंचित करते हैं वो चाहे फूल हों या हमारे बच्चे"
👉 #कल_और_आज -
बीते कल को इसी से समझ सकते हैं कि जब हम विद्यालय प्रथम दिवस गये और अपनी बाइक खड़ी किये तो कर्ण की तरह हमारा रथ भी जमीन में धस गया और जो सिंघासन मिला वो चरर-मरर के शोर से स्वागत कर रहा था। कोई ऐसी वस्तु न थी जो शोर न कर रहा हो, वो चाहे दरवाजे हो या ताला।
आज विद्यालय के हर कोने बोल रहे हों की आपका स्वागत है। दीवारों पर सुंदर चित्र और बाउंड्री पर लगे अलग अलग रंग दूर से ही बटोहियों का ध्यान आकर्षित करता है।
कक्षा कक्ष में डेस्क-बेंच, पोर्टबले साउंड सिस्टम, स्मार्ट क्लास ict युक्त शिक्षण हो रहा है।
#स्वयं_और_सामुदायिक_सहभागिता- विद्यालय को हर संभव व्यवस्था देने हेतु हम शिक्षकों ने अपना तन-मन-धन सब कुछ लगा दिया पर कहते हैं कि बिना पिलर के कोई बड़ी इमारत नहीं बनती और इसकी पूर्ति हमारे विद्यालय के अभिभावकों व ग्राम प्रधान श्री संदीप सिंह जी द्वारा हमें किसी चीज़ की कमी नहीं होने दिए। हर कक्षा में ग्रीन बोर्ड की व्यवस्था। विद्यालय में बढ़ते प्रेमभाव और शिक्षण को देखते हुए एक अभिभावक लल्लू चूड़िहार ने अपने आमदनी में से पैसे निकाल कर एक ड्रम बच्चों को पी.टी. के लिए दिया।
प्रातः पी.टी. होते देख रोज सुबह उस रास्ते से जाने वाले श्री राजेश कुमार पटेल जी ने आहूजा का माइक बच्चों को प्रार्थना हेतु प्रदान किया।
👉 #संख्या_बल_सत्र-2017 - 226 छात्र और सत्र-2018 - 230 छात्र, उपस्थिति दर- 75% वार्षिक
👉#शिक्षण_गतिविधियां-
दैनिक श्यामपट्ट कार्य
मासिक परीक्षा
राष्ट्र-गान के बाद बच्चों से प्रतिज्ञा
गतिविधि आधारित शिक्षण
ICT के माध्यम से रोचक शिक्षण कार्य सांस्कृतिक कार्यक्रम।
👉 #उपलब्धि
जनपद स्तरीय मंथन प्रतियोगिता बच्चों का सम्मानजनक स्थान प्राप्त क
रना। जनपद स्तरीय ICT प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त करना। वैसे बच्चों व विद्यालय की सबसे बड़ी उपलब्धि है आत्म संतुष्टि और अभिभावकों व समाज में बढ़ता विद्यालय का मान-सम्मान।
👉 #हमारा_सन्देश -
बदलाव उम्र से नहीं होता दोस्तों, बदलाव व्यक्ति के जुनून से होता है। जो युवा आये हैं अभी तो आपने उड़ना सीखा है तो क्यों न बुलंदियों को छू लो और जो प्रमोशन ले चुके हैं उनके लिए बस इतना ही कहना चाहता हूँ - "शमा अपने बुझने से पहले खूब तेज अपनी आभा बिखेरती है"
राजेश कुमार उपाध्याय
प्रधानाध्यापक
प्राथमिक विद्यालय बेलौना
बरसठी, जौनपुर।
👉नोट:- आप अपने मिशन परिवार में शामिल होने, आदर्श विद्यालय का विवरण भेजने तथा सहयोग व सुझाव को अपने जनपद सहयोगियों को अथवा मिशन शिक्षण संवाद के वाट्सअप नम्बर-9458278429 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।
निवेदक: विमल कुमार
30-12-2018
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