अटल बिहारी वाजपेयी

25 दिसम्बर 1924 को पं0 कृष्ण बिहारी का जीवन गया बदल।
ब्रह्ममुहुर्त में सहधर्मिणी के कोख से जब पैदा हुए अटल।

जिनका नाम था अटल, काम था अटल, जीवन था अटल।
पिता के कवि हृदय गुरु राम चन्द्र की कविता ने बना दिया कवि अटल।।
डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं0 दीन दयाल उपाध्याय का सानिध्य गया मिल।
कवि हृदय, पाञ्चजन्य के सम्पादक बन गये नेता अटल।।

बलरामपुर की धरती ने राजनीति की दिशा को दिया बदल।
1957 मे लोकसभा पहुँचा दिया नव उदीयमान अटल।।

आजीवन अविवाहित रहकर भारत माँ का बदला कल।
48 वर्षों तक निःस्वार्थ सेवा की, ऐसा था त्याग अटल।।

11 मई 1998 को परमाणु परीक्षण कर अमेरिका की सोच दी बदल।
विश्व में भारत का सिर ऊँचा कर बना दिया परमाणु अटल।।

हिन्दी तनमन, हिन्दी जीवन, हिन्दी था जिसका पल-पल।
हिन्दी का परचम संयुक्त राष्ट्र में लहराकर बना दिया इतिहास अटल।।

दोस्ती का धर्म निभाने पाकिस्तान दिये चल।
कारगिल के खन्जर को मुँहतोड़ जवाब था राष्ट्रवाद अटल।।

अटल कवि, अटल राजनीति, अटल त्याग के बल पर नेता हुए अटल।
अटल भारत के इतिहास अटल में स्वरणाक्षरो में अंकित हुआ नाम अटल।।

रचयिता
ब्रजेश कुमार द्विवेदी,
प्रधानध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय हृदयनगर,
जनपद-बलरामपुर।

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