२९०~ अंजु शर्मा (इ०प्र०अ०) तथा विद्यालय पूर्व माध्यमिक कन्या विद्यालय फफूण्दा मेरठ।
🏅अनमोल रत्न🏅
मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से बेसिक शिक्षा की अनमोल रत्न बहन अंजू शर्मा जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और समर्पित प्रयासों से न सिर्फ अपने विद्यालय को सामाजिक विश्वास का केन्द्र बना दिया बल्कि हम जैसे हजारों शिक्षक साथियों को यह प्रमाणित संदेश दिया कि "कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती है।" जो हम सभी के लिए गर्व और गौरव के साथ प्रेरक और अनुकरणीय है।
आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये अनुकरणीय और प्रेरक प्रयासों को:-
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2238470913097160&id=1598220847122173
👉1. मेरा नाम अंजु शर्मा (इ०प्र०अ०) तथा विद्यालय पूर्व माध्यमिक कन्या विद्यालय फफूण्दा मेरठ।
विद्यालय में नियुक्ति वर्ष- 2001
विभाग में नियुक्ति- 20-03-1998
👉2. मेरे सामने जब मैं सहायक अध्यापिका थी तब विद्यालय की स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं थी।
मैं 2014 में (इ०प्र०अ०) बनी तो मैंने विद्यालय में सबसे पहले कमरों का फ़र्श, बरामदे आदि का फ़र्श सही कराया तथा कक्षाओं में डिजिटल बोर्ड लगवाये।
👉3. विद्यालय के परिवेश एवं उपयोगी संसाधनों में हुए परिवर्तन और उसके खर्च की व्यवस्था मैंने जिला पंचायत सदस्य से की। फिर मैंने अपने ऑफिस में टाइल्स लगवाये। मेरे रिश्तेदारों के द्वारा प्रोजेक्टर लिया गया। जिसका प्रयोग नियमित रूप से किया जा रहा है।
बेटियाँ फाउन्डेशन से 03 कम्प्यूटर लिए गए ताकि बालिका शिक्षा को और भी बेहतर बनाया जा सके।
सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन रोटरी क्लब द्वारा लगवाई गयी ताकि बालिकाओं को स्वच्छता व सफ़ाई का ज्ञान कराया जा सके।
अपने विद्यालय प्रांगण में एक सूर्य घड़ी बनवाई गई।
👉4. मैंने अपने विद्यालय में छात्र संख्या बढ़ाने के लिए बालिकाओं के माता-पिता से बात की तथा उनको एक समूह में बैठाकर उनको शिक्षा का महत्व बताया।
समुदाय की कुछ बालिकाएं कक्षा 5 के बाद पढ़ती ही नहीं थी। उनको प्रेरित किया गया।
👉5. सन-2016 में कक्षा-8 की एक बालिका अंजली का एडमिशन नवोदय विद्यालय में भी हुआ। जो कि विद्यालय के लिए एक बड़ी उपलब्धि थी।
👉6. बच्चों के आई कार्ड बनवाये और स्वयं से ही खर्च वहन किया ताकि माता-पिता पर इसके खर्च का भार न पड़े। फिर यह सब मैं हर वर्ष करने लगीं।
👉7. विद्यालय में इनवर्टर लगवाया।
👉8. प्रत्येक शनिवार छात्रों को कोई न कोई ऐसी गतिविधि कराई जाती है जिससे उनके जीवन कौशल का विकास हो सके।
👉9. 2017-18 में मेरा विद्यालय आदर्श विद्यालय भी चुना गया।
👉10. वर्ष 2018-19 में मेरा विद्यालय स्मार्ट क्लास संचालित विद्यालय की सूची में शामिल किया गया।
👉11. वर्ष 2018-19 में जिला विज्ञान क्लब द्वारा विद्यालय की चार छात्राओं को विज्ञान भ्रमण के लिए भी दिल्ली तारामण्डल तथा एयरफ़ोर्स म्यूजियम के लिए ले जाया गया।
👉12. सन-2015 में आदर्श टीचर के लिए प्रतीक चिन्ह मिला। समय- समय पर मुझको मास्टर ट्रेनर के रूप में भी चयनित किया गया।
विद्यालय का नाम- पूर्व माध्यमिक कन्या विद्यालय फफूण्डा।
ब्लॉक का नाम- मेरठ ग्रामीण
जनपद- मेरठ
सभी शिक्षकों के लिए संदेश:-
ज्यादा से ज्यादा विद्यालय में रहें व अपना समय कक्षाओं में बच्चों के बीच दें तथा उपलब्ध संसाधनों के द्वारा बच्चों को शिक्षा प्रदान करें। अपने स्मार्टफोन का उपयोग शिक्षा के लिए करें।
जय भारत, जय शिक्षक।
👉नोट:- आप अपने मिशन परिवार में शामिल होने, आदर्श विद्यालय का विवरण भेजने तथा सहयोग व सुझाव को अपने जनपद सहयोगियों को अथवा मिशन शिक्षण संवाद के वाट्सअप नम्बर-9458278429 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।
निवेदक: विमल कुमार
29-12- 2018
मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से बेसिक शिक्षा की अनमोल रत्न बहन अंजू शर्मा जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और समर्पित प्रयासों से न सिर्फ अपने विद्यालय को सामाजिक विश्वास का केन्द्र बना दिया बल्कि हम जैसे हजारों शिक्षक साथियों को यह प्रमाणित संदेश दिया कि "कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती है।" जो हम सभी के लिए गर्व और गौरव के साथ प्रेरक और अनुकरणीय है।
आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये अनुकरणीय और प्रेरक प्रयासों को:-
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2238470913097160&id=1598220847122173
👉1. मेरा नाम अंजु शर्मा (इ०प्र०अ०) तथा विद्यालय पूर्व माध्यमिक कन्या विद्यालय फफूण्दा मेरठ।
विद्यालय में नियुक्ति वर्ष- 2001
विभाग में नियुक्ति- 20-03-1998
👉2. मेरे सामने जब मैं सहायक अध्यापिका थी तब विद्यालय की स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं थी।
मैं 2014 में (इ०प्र०अ०) बनी तो मैंने विद्यालय में सबसे पहले कमरों का फ़र्श, बरामदे आदि का फ़र्श सही कराया तथा कक्षाओं में डिजिटल बोर्ड लगवाये।
👉3. विद्यालय के परिवेश एवं उपयोगी संसाधनों में हुए परिवर्तन और उसके खर्च की व्यवस्था मैंने जिला पंचायत सदस्य से की। फिर मैंने अपने ऑफिस में टाइल्स लगवाये। मेरे रिश्तेदारों के द्वारा प्रोजेक्टर लिया गया। जिसका प्रयोग नियमित रूप से किया जा रहा है।
बेटियाँ फाउन्डेशन से 03 कम्प्यूटर लिए गए ताकि बालिका शिक्षा को और भी बेहतर बनाया जा सके।
सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन रोटरी क्लब द्वारा लगवाई गयी ताकि बालिकाओं को स्वच्छता व सफ़ाई का ज्ञान कराया जा सके।
अपने विद्यालय प्रांगण में एक सूर्य घड़ी बनवाई गई।
👉4. मैंने अपने विद्यालय में छात्र संख्या बढ़ाने के लिए बालिकाओं के माता-पिता से बात की तथा उनको एक समूह में बैठाकर उनको शिक्षा का महत्व बताया।
समुदाय की कुछ बालिकाएं कक्षा 5 के बाद पढ़ती ही नहीं थी। उनको प्रेरित किया गया।
👉5. सन-2016 में कक्षा-8 की एक बालिका अंजली का एडमिशन नवोदय विद्यालय में भी हुआ। जो कि विद्यालय के लिए एक बड़ी उपलब्धि थी।
👉6. बच्चों के आई कार्ड बनवाये और स्वयं से ही खर्च वहन किया ताकि माता-पिता पर इसके खर्च का भार न पड़े। फिर यह सब मैं हर वर्ष करने लगीं।
👉7. विद्यालय में इनवर्टर लगवाया।
👉8. प्रत्येक शनिवार छात्रों को कोई न कोई ऐसी गतिविधि कराई जाती है जिससे उनके जीवन कौशल का विकास हो सके।
👉9. 2017-18 में मेरा विद्यालय आदर्श विद्यालय भी चुना गया।
👉10. वर्ष 2018-19 में मेरा विद्यालय स्मार्ट क्लास संचालित विद्यालय की सूची में शामिल किया गया।
👉11. वर्ष 2018-19 में जिला विज्ञान क्लब द्वारा विद्यालय की चार छात्राओं को विज्ञान भ्रमण के लिए भी दिल्ली तारामण्डल तथा एयरफ़ोर्स म्यूजियम के लिए ले जाया गया।
👉12. सन-2015 में आदर्श टीचर के लिए प्रतीक चिन्ह मिला। समय- समय पर मुझको मास्टर ट्रेनर के रूप में भी चयनित किया गया।
विद्यालय का नाम- पूर्व माध्यमिक कन्या विद्यालय फफूण्डा।
ब्लॉक का नाम- मेरठ ग्रामीण
जनपद- मेरठ
सभी शिक्षकों के लिए संदेश:-
ज्यादा से ज्यादा विद्यालय में रहें व अपना समय कक्षाओं में बच्चों के बीच दें तथा उपलब्ध संसाधनों के द्वारा बच्चों को शिक्षा प्रदान करें। अपने स्मार्टफोन का उपयोग शिक्षा के लिए करें।
जय भारत, जय शिक्षक।
👉नोट:- आप अपने मिशन परिवार में शामिल होने, आदर्श विद्यालय का विवरण भेजने तथा सहयोग व सुझाव को अपने जनपद सहयोगियों को अथवा मिशन शिक्षण संवाद के वाट्सअप नम्बर-9458278429 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।
निवेदक: विमल कुमार
29-12- 2018
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