हिन्दी व्यंजन माला गीत
भाग-4
'त' से 'तितली' रंग-बिरंगी
'त' से 'तेंदुआ' का कौन है संगी
'त' से 'तरबूज' गर्मी में खाओ
तब गर्मी को दूर भगाओ
'थ' से 'थाली' गोल-गोल
'थ' से 'थरमस' का ढक्कन खोल
'थ' से 'थैला' साथ ले जाओ
पॉलिथीन को दूर भगाओ
'द' से 'दवात' लिखने के काम है आता
'द' से 'दर्पण' चेहरा दिखलाता
'द' से 'दाँत' हमारे कच्चे
क्योंकि हम है छोटे बच्चे
'ध' से ' धनुष' संग बाण भी लाओ
'ध' से 'धागा' की गाँठ लगाओ
'ध' से 'धरती' अपनी गोल
इसके आगे अब कुछ न बोल
'न' से 'नटखट' होते बच्चे
'न' से 'नथ' लगते है अच्छे
'न' से 'नल' का पानी लाओ
हाथ-मुँह धोकर खाना खाओ
रचयिता
रिंकू कुमारी,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय भिखारीपुर,
विकास खण्ड-सदर,
जनपद-चंदौली।
'त' से 'तितली' रंग-बिरंगी
'त' से 'तेंदुआ' का कौन है संगी
'त' से 'तरबूज' गर्मी में खाओ
तब गर्मी को दूर भगाओ
'थ' से 'थाली' गोल-गोल
'थ' से 'थरमस' का ढक्कन खोल
'थ' से 'थैला' साथ ले जाओ
पॉलिथीन को दूर भगाओ
'द' से 'दवात' लिखने के काम है आता
'द' से 'दर्पण' चेहरा दिखलाता
'द' से 'दाँत' हमारे कच्चे
क्योंकि हम है छोटे बच्चे
'ध' से ' धनुष' संग बाण भी लाओ
'ध' से 'धागा' की गाँठ लगाओ
'ध' से 'धरती' अपनी गोल
इसके आगे अब कुछ न बोल
'न' से 'नटखट' होते बच्चे
'न' से 'नथ' लगते है अच्छे
'न' से 'नल' का पानी लाओ
हाथ-मुँह धोकर खाना खाओ
रचयिता
रिंकू कुमारी,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय भिखारीपुर,
विकास खण्ड-सदर,
जनपद-चंदौली।
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