🙅सुदामा
प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ते हैं और कृष्ण कॉन्वेंट स्कूलों में। तो
दोस्ती कहाँ हो पाएगी? मन में हीन भावना नहीं आएगी तो क्या आएगी, सोचें हम
देश को क्या दे रहे हैं ?
👨
जहाँ शिक्षा की शुरुआत ही अपेक्षा, अभाव और क्रूरता से होती हो। यदि वहाँ
से हिंसाग्रस्त, चोर, बेईमान और अपराधी पीढ़ी का उदय हो तो दोष किसका? जिस
शिक्षा पर सर्वाधिक जोर देना चाहिए। वहाँ सर्वाधिक अभाव, भ्रष्टाचार और
दुर्व्यवहार। क्या इनसे कोई भी प्राथमिक शिक्षा अच्छी शिक्षा, भविष्य के
मनुष्य निर्माण की शिक्षा बन सकती है? आज क्या कारण है जो विश्व गुरु जैसा
भारत भूमि पर दार्शनिक, वैज्ञानिक व अन्य योग्य व्यक्तियों का अकाल सा पड़
गया है ?
📌 "मन्थन"
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