१८-प्रज्ञा राय, प्रा० वि० मैनपुर कोट, कसया, कुशीनगर

मित्रों आज हम आपको परिवर्तन की प्रतीक और मानवता की मिसाल अपनी शिक्षिका  बहिन से परिचित करा रहे हैं। जिनके कण- कण में समाई है ममतामयी मानवता। आपके परिवर्तनकारी कार्यों को यदि लिखना शुरू करें तो शायद यह दिन भी छोटा पड़ जाएगा। फिर भी कुछ संक्षेप में लिखने का प्रयास कर रहा हूँ जो आम शिक्षकों के लिए परिवर्तन का प्रतीक होगा।
आपने मात्र नवम्बर- 2015 से अब तक अपनी मेहनत, लगन और मानवीय विचारों का ऐसा जादू चलाया कि जो बच्चे पढ़ाई-लिखाई से दूर, दिनभर सीपी, घोंघा और चूहा मारने वाले मुसहर बंजारा जनजाति समाज के और पढ़ाई-लिखाई का मतलब न समझने वाले अभिभावकों को मात्र तीन से चार माह में बच्चे पढ़ने को तैयार और अभिभावक जनसहभागिता को तत्पर और  विद्यालय ऐसा जो खण्डहर रूप ले चुका, जिसे अन्य शिक्षक कालापानी की संज्ञा दे रखे थे। मात्र दस बच्चों की उपस्थिति वाला विद्यालय था।
लेकिन आज इतने अल्प समय में ही बहिन जी अपनी लगन और प्रयास से अकेले ही यह विद्यालय जिले के सर्वोच्च पाँच विद्यालयों की सूची में स्थापित है। विद्यालय भवन सुसज्जित है। चहारदीवारी बन चुकी है। छात्र उपस्थिति दस से बढ़कर सौ बच्चों से अधिक हो गयी।
आज जहाँ एक ओर दुनिया अधिक सुविधा, अधिक दाम और कम काम की प्रवृत्ति से शहर की ओर भाग रही है वहीं एक यह बहिन अपने  शिक्षा एवं सेवा के संस्कारों से सुसज्जित दुर्गम ग्रामीण क्षेत्र का विद्यालय इसलिए माँग रही है कि वहाँ चुनौतीपूर्ण सेवा का मौका मिलेगा। किसी ने सच ही कहा है कि---
"दुनिया बदलती है बदलने वाला चाहिए,,
ये सब कैसे हुआ इसके लिए जानते हैं बहिन जी के विचार--  ''मैंने शुरू से ही एक चुनौतीपूर्ण कार्य को करने की ठानी थी। यही वजह है कि ज्वाइनिंग के समय ही मैंने मैनपुर कोट और धुरिया भाठ में तैनाती का विकल्प दिया था। दोनों ही गाँव मुसहर जनजाति बाहुल्य हैं। मुझे मैनपुर कोट में तैनाती दी गई जिसे मैंने चुनौती के रूप में स्वीकार कर काम शुरू किया। आज परिवर्तन आप सबके सामने है"

आगे आपका कहना है कि--- "अभी तो मैंने शुरुआत किया है लोगों को ये पता चले कि मेहनत कभी बेकार नहीं होती है। .....ईश्वर ने हमें मौका दिया है समाज की सेवा करने का, ...  उनके लिए काम करने का ....जो खुद के लिए कुछ नहीं कर पा रहे हैं.....हमें जितना हो सके समाज के लिए करना चाहिए। जो शिक्षक से ही सम्भव है क्योंकि शिक्षा ही मनुष्य के सुखी जीवन की पहली सीढ़ी है"
आपने पढ़ा, अब आप स्वयं जान गये होंगे कि जिस बहिन के विचार और संदेश ऐसे हों,  उसके आगे असम्भव शब्द छुपने के लिए एक कोना तलाश रहा होगा। जैसे :- उजाला के आगे अंधेरा।
आपका पढ़ाने का और काम करने का ढंग भी प्रेममय है बच्चों के साथ भोजन करना, खेलना-खिलाना और पढ़ना-पढ़ाना। इससे बच्चों और अभिभावकों में बहिन के प्रति सम्मान के साथ आज्ञाकारी भाव जाग्रत हो गया। जिससे अब पूरा समाज शिक्षा से सामाजिक परिवर्तन की राह पर तेजी से आगे बढ़ चला।

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1721994721411451&id=1598220847122173
 
अतः मिशन संवाद की ओर से त्याग, समर्पण और परिर्वतन की प्रतीक बहिन प्रज्ञा राय, मूल निवासी आजमगढ़ तथा सेवा क्षेत्र प्राथमिक विद्यालय मैनपुर कोट, ब्लाॅक- कसया, जनपद- कुशीनगर को बहुत बहुत शुभकामनाएं!
मित्रों आप भी बेसिक शिक्षा विभाग के सम्मानित शिक्षक हैं तो इस मिशन संवाद के माध्यम से शिक्षा एवं शिक्षक के हित और सम्मान की रक्षा के लिए हाथ से हाथ मिलाकर अभियान को सफल बनाने के लिए इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाने में सहयोगी बन कर अपने शिक्षक धर्म का पालन करें। हमें विश्वास है कि अगर आप लोग हाथ से हाथ मिलाकर संगठित रूप से आगे बढ़े तो निश्चित ही बेसिक शिक्षा से नकारात्मकता की अंधेरी रात का अन्त होकर रोशनी की नयी किरण के साथ नया सबेरा आयेगा।
हम सब हाथ से हाथ मिलायें।
बेसिक शिक्षा का मान बढ़ायें।।
नोटः- यदि आप या आपके आसपास कोई बेसिक शिक्षा का शिक्षक अच्छे कार्य कर विभाग को सम्मानित स्थान दिलाने में सहयोग कर रहा है तो बिना किसी संकोच के अपने विद्यालय की उपलब्धियों को हम तक पहुँचाने में सहयोग करें। आपकी ये उपलब्धियाँ हजारों शिक्षकों के लिए नयी ऊर्जा और प्रेरणा का काम करेंगी। इसलिए बेसिक शिक्षा को सम्मानित स्थान दिलाने के लिए हम सब मिशन संवाद के माध्यम से जुड़कर एक दूसरे से सीखें और सिखायें। बेसिक शिक्षा की नकारात्मकता को दूर भगायें।
उपलब्धियों का विवरण और फोटो भेजने का WhatsApp no- 9458278429 है।
साभार: शिक्षण संवाद एवं गतिविधियाँ
विमल कुमार
कानपुर देहात
01/06/2016

मिशन शिक्षण संवाद के  फेसबुक पेज, समूह, ब्लॉग, ट्विटर एवं यू-ट्यूब पर  ऐसे ही अनेकानेक नवाचार देखने, पढ़ने और कमेंट के रूप में अपने विचार लिखने के लिए क्लिक करें-

1-फेसबुक पेज:-
@ https://www.facebook.com/shikshansamvad
2- फेसबुक समूह:-
@ https://www.facebook.com/groups/118010865464649
3- मिशन शिक्षण संवाद ब्लॉग:-
@ http://shikshansamvad.blogspot.in
4- ट्विटर:-
@ https://twitter.com/shikshansamvad
5- यू-ट्यूब:-
@ https://www.youtube.com/channel/UCPbbM1f9CQuxLymELvGgPig
6- वेबसाइट:-
@ http://missionshikshansamvad.com

अपनी उपलब्धियों का विवरण, ऑडियो, वीडियो और फोटो भेजने का Whatsapp No.:- 9458278429 एवं ईमेल- shikshansamvad@gmail.com है।

Comments

Total Pageviews