४९- आशीष त्रिपाठी, प्रा० वि० देवतापुर, सकरन, सीतापुर

मित्रों आज हम आपका परिचय ऐसे अनमोल रत्न से करा रहे हैं। यह जिस जगह रहेंगे वहाँ हीरा के समान अपनी पहचान और चमक अलग ही बिखेरते रहेंगे। आपने पूर्व कार्यरत विद्यालय के अनुभवों और सकारात्मक सोच से कुछ महीनों में ही विद्यालय को आदर्श रूप रेखा देने का प्रयास शुरू कर दिया। जिससे एहसास होने लगा है कि बेसिक शिक्षा के युवा शिक्षक साथियों का हौसला और उत्साह शिक्षा एवं शिक्षक के हित और सम्मान की रक्षा के लिए एक सैनिक की भाँति दृढ़ संकल्पित है। भलेगी आज यह परिवर्तन का प्रयास एक बूँद के समान दिखाई दे रहे हों लेकिन भविष्य में यह परिवर्तन के प्रयास सागर की लहरों के समान दिखाई देंगे।

आइये जानते हैं प्रतिकूल परिस्थितियों  को अनुकूल परिस्थितियों में बदलने वाले शिक्षक भाई के सम्बन्ध में उन्हीं के सम्बन्ध में---'-
मैं आशीष कुमार त्रिपाठी ( प्र अ )  प्रमोशन होने के बाद प्राथमिक विद्यालय देवतापुर विकास खंड- सकरन, जनपद- सीतापुर में दिनांक 20/02/2015 को पहुँचा। उस समय विद्यालय में 2 शिक्षामित्र के अतिरिक्त कुल 5 ट्रेनी टीचर थे। पुराने विद्यालय की नींव से उसके सफल संचालन तक का अनुभव अब काम आने वाला था। मैंने विद्यालय के विकास की दिशा में सोचना और बाधाओं से संघर्ष करना शुरू किया। इसके लिए अपने अनुभवों का सहारा लेते हुए स्थानीय लोगों की मदद से विद्यालय में छात्रों की  उपस्थिति को बढ़ाया। कुल नामांकित 167 बच्चों पर तत्समय उपस्थिति लगभग 45 से 50 ही रहती थी नियमित समय से विद्यालय खुलने और बच्चों को दैनिक रूप से गतिविधियों पर आधारित शिक्षण देने से स्कूल के नवीन सत्र में कुल नामांकन 171 हुआ तथा रोज की औसत उपस्थिति लगभग 95 से 120 तक होने लगी। जिससे परिवर्तन के प्रयासों को बल मिला। शासन द्वारा मनाये जाने वाले दिनों के अतिरिक्त विद्यालय में रक्षाबन्धन दीवाली होली जैसे त्यौहार भी मनाए गए। स्थानीय मेलों और पास के नजदीकी दर्शनीय जगहों पर छात्रों को व्यक्तिगत रूप से ले जाकर उनमें चीजों को समझने और उनमें उमंग व उत्साह बढ़ाने का काम किया। सत्र 2015-16 में ps देवतापुर के छात्रों ने जिले पर हुई खेल प्रतियोगिता में कबड्डी  लम्बी कूद और दौड़ की बालक बालिका वर्गों में बिकास खण्ड का प्रतिनिधित्व किया है। प्राथमिक विद्यालय देवतापुर का चयन सत्र 2015 -16 के लिये विद्यालय पुरुस्कार योजना के लिए विकास खंड  स्तर पर चयन हुआ। मेरे साल भर की मेहनत का यह एक पुरूस्कार था। इस सत्र में विद्यालय में पर्याप्त स्टाफ नियुक्त हो चुका है आने वाले समय में यह विद्यालय निश्चित ही सफलता के नए आयाम लिखेगा तथा जनपद के लिए प्रेरणास्त्रोत के रूप में कार्य करेगा।
आशीष जी के उत्साह को तथा सहयोगी शिक्षक परिवार को मिशन संवाद की ओर से बहुत - बहुत शुभकामनाएँ!
☆मिशन संवाद☆
मित्रो यह एक शिक्षक से शिक्षक और शिक्षक से समाज के बीच अपने अच्छे कार्यों को पहुँचाने का माध्यम  मिशन संवाद है।
जिसका उद्देश्य एक दूसरे से संवाद के माध्यम से सीखना सिखाना तथा शिक्षा एवं शिक्षक के हित और सम्मान की रक्षा के लिए बेसिक शिक्षा से नकारात्मक माहौल को कम से कम करते हुए समाज के बीच बेसिक शिक्षा और शिक्षक के प्रति विश्वास पैदा करना है।
इसमें सहयोग के लिए आप स्वयं और अपने आसपास के गुमनाम शिक्षा के लिए काम करने वाले शिक्षकों और विद्यालयों की गतिविधियों और उपलब्धियों का फोटो सहित विवरण हमारे पास भेज कर शिक्षा एवं शिक्षक  सम्मान के भागीदार और रक्षक बनें। क्योंकि बुराई स्वप्रचारित होती है लेकिन अच्छाईयों को समाज के सामने लाने के लिए प्रयास करने पड़ते हैं। इसलिए आप भी अपना विवरण भेजने में संकोच न करें।
विवरण भेजने के लिए मिशन संवाद का WhatsApp No- 9458278429 है।
साभार : शिक्षण संवाद एवं गतिविधियाँ
आपका सहयोगी  शिक्षक
विमल कुमार
कानपुर देहात
04/07/2016

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