३६-अनन्त तिवारी प्रा० वि० देहरेबाबा मसौराकलाँ ललितपुर
मित्रों आज हम परिचय के क्रम में आगे बढ़ते हुए बुंदेलखण्ड की उस पावन भूमि की ओर ले चलते हैं। जो अनेकों महापुरुषों की कर्मस्थली की गवाह रही है, लेकिन समय चक्र के कारण वर्तमान में सूखा और असिंचित भूमि के रूप में जानी जाती है। फिर भी इसी भूमि पर सकारात्मक सोच और ऊर्जा के धनी हमारे शिक्षक साथी भाई अनन्त तिवारी जी बेसिक शिक्षा के परिषदीय विद्यालय में ज्ञान की हरियाली को किस तरह सिंचित कर रहे हैं। जो हम जैसे हजारों शिक्षकों के लिए प्रेरणा स्रोत व सम्मान के प्रतीक हैं।
तो आईये जाने कि वह कौन हैं उन्हीं के शब्दों में:---
✨सृजन निखार शिविर✨
बालिकाओं को प्रेरित करने हेतु और उनको स्वावलम्बी बनाने के साथ- साथ शिक्षा और विद्यालय के प्रति समुदाय विशेषकर महिलाओं और बालिकाओं के लगाव के लिये प्रा० वि० देहरे बाबा मसौरा कला में आयोजित सृजन निखार के शिविर का आज समापन नवांतुक बीएसए श्री संतोष राय जी और नगरपालिका अध्यक्ष श्री सुभाष जायसवाल जी के आतिथ्य में हुआ। जहाँ बीएसए महोदय ने कार्यक्रम की सराहना करते हुये बालिकाओं को स्वावलम्बी और रोजगार पूर्ण शिक्षा देने पर बल दिया। वहीं दूसरी और नगरपालिका अध्यक्ष द्वारा इस तरह की सृजनात्मक कार्यक्रम होने पर खुशी जाहिर की।
ग्रीष्मकालीन अवकाश में समुदाय को विद्यालय के प्रति लगाव के उद्देश्य से विद्यालय परिवार द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय डा० रूपेश कुमार जिलाधिकारी ललितपुर द्वारा दिनाँक २५-०५-२०१६ को किया गया था। अतिथि के तौर पर माननीय श्री मिथलेश त्रिवेदी एडीएम ललितपुर शामिल हुये। उद्घाटन के सत्र में जहाँ जिलाधिकारी महोदय प्रतिभागियों से रूबरू हुये वहीं दूसरी और उनके द्वारा निर्माण की गयी सामग्री को भी देखा। लगभग दो सप्ताह चले इस कार्यक्रम में जहाँ ग्राम की १७६ किशोरियाँ शामिल हुई वहीं स्कूल के छात्र छात्राओं ने भी अपना प्रतिभाग इस कार्यक्रम में किया। शिविर में किशोरियों को सिलाई, मेंहदी, पेंटिंग, ब्यूटीशियन, क्ले आर्ट, टेडी बियर निर्माण, स्टैच्यू मोल्ड, कुशन निर्माण, व्यर्थ साम्रगी से लाभदायक वस्तु निर्माण, कुकिंग आदि विधाओं का प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
जहाँ किशोरियों और बच्चों ने पूरे मनोयोग से इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। कार्यक्रम को मूर्त रूप प्रदान करने वालों में सर्वप्रथम एक ऐसी बहिन जो मूक बधिर है दीक्षा रावत जी जिन्होंने प्रति दिन ललितपुर से आकर पेंटिंग और मेंहदी का प्रशिक्षण प्रदान किया।
उसके बाद में उन लोग की इस पोस्ट के माध्यम से प्रशंसा करना चाहूँगा जिनके बिना कल्पना ही नही की जा सकती थी मेरी सोच का एक भी कार्यक्रम धरातलीय स्वरूप नहीं ले सकता है वह मेरे विद्यालय में कार्यरत मेरे सहकर्मी नेहा जी, संध्या जी, बबिता जी।
आप सभी ने मेरे हर कार्यक्रम में पूरे समर्पण भाव से कार्य किया और इनके साथ साथ प्रा० वि० मसौरा कला की शिक्षिका बबिता तिवारी का भी योगदान प्रशंसनीय है।
आप सभी के लगन और मेहनत के बिना इस कार्यक्रम की कल्पना ही नहीं जा सकती थी।
शिविर में एक दिन ललितपुर कोषागार के वरिष्ठ लेखाकार सर अवध गुप्ता जी ने भी शिविर का अवलोकन किया। आज समापन के दौरान कई बालिकाओं ने बीएसए सर से बातचीत की और कहा कि हमने ऐसा कभी होते नहीं देखा और निश्चित ही विद्यालय में आकर हम सभी बहुत खुश हैं और बहुत कुछ यहाँ से लेकर जा रहे हैं। आप सभी ने व्यक्तिगत रूप से और सोशल मीडिया के माध्यम से हमारे विद्यालय परिवार को स्नेह दिया है उसका हम सभी आभार व्यक्त करते हैं,और आशा करते हैं जो भी सलाह आप हमें प्रदान करेगें हम अपने विद्यालय में वैसा करने के लिये प्रयास करेगें।
बस यूँ ही आशीर्वाद प्रदान करते रहें।
ग्रीष्मकालीन अवकाश में समुदाय को विद्यालय के प्रति लगाव के उद्देश्य से विद्यालय परिवार द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय डा० रूपेश कुमार जिलाधिकारी ललितपुर द्वारा दिनाँक २५-०५-२०१६ को किया गया था। अतिथि के तौर पर माननीय श्री मिथलेश त्रिवेदी एडीएम ललितपुर शामिल हुये। उद्घाटन के सत्र में जहाँ जिलाधिकारी महोदय प्रतिभागियों से रूबरू हुये वहीं दूसरी और उनके द्वारा निर्माण की गयी सामग्री को भी देखा। लगभग दो सप्ताह चले इस कार्यक्रम में जहाँ ग्राम की १७६ किशोरियाँ शामिल हुई वहीं स्कूल के छात्र छात्राओं ने भी अपना प्रतिभाग इस कार्यक्रम में किया। शिविर में किशोरियों को सिलाई, मेंहदी, पेंटिंग, ब्यूटीशियन, क्ले आर्ट, टेडी बियर निर्माण, स्टैच्यू मोल्ड, कुशन निर्माण, व्यर्थ साम्रगी से लाभदायक वस्तु निर्माण, कुकिंग आदि विधाओं का प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
जहाँ किशोरियों और बच्चों ने पूरे मनोयोग से इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। कार्यक्रम को मूर्त रूप प्रदान करने वालों में सर्वप्रथम एक ऐसी बहिन जो मूक बधिर है दीक्षा रावत जी जिन्होंने प्रति दिन ललितपुर से आकर पेंटिंग और मेंहदी का प्रशिक्षण प्रदान किया।
उसके बाद में उन लोग की इस पोस्ट के माध्यम से प्रशंसा करना चाहूँगा जिनके बिना कल्पना ही नही की जा सकती थी मेरी सोच का एक भी कार्यक्रम धरातलीय स्वरूप नहीं ले सकता है वह मेरे विद्यालय में कार्यरत मेरे सहकर्मी नेहा जी, संध्या जी, बबिता जी।
आप सभी ने मेरे हर कार्यक्रम में पूरे समर्पण भाव से कार्य किया और इनके साथ साथ प्रा० वि० मसौरा कला की शिक्षिका बबिता तिवारी का भी योगदान प्रशंसनीय है।
आप सभी के लगन और मेहनत के बिना इस कार्यक्रम की कल्पना ही नहीं जा सकती थी।
शिविर में एक दिन ललितपुर कोषागार के वरिष्ठ लेखाकार सर अवध गुप्ता जी ने भी शिविर का अवलोकन किया। आज समापन के दौरान कई बालिकाओं ने बीएसए सर से बातचीत की और कहा कि हमने ऐसा कभी होते नहीं देखा और निश्चित ही विद्यालय में आकर हम सभी बहुत खुश हैं और बहुत कुछ यहाँ से लेकर जा रहे हैं। आप सभी ने व्यक्तिगत रूप से और सोशल मीडिया के माध्यम से हमारे विद्यालय परिवार को स्नेह दिया है उसका हम सभी आभार व्यक्त करते हैं,और आशा करते हैं जो भी सलाह आप हमें प्रदान करेगें हम अपने विद्यालय में वैसा करने के लिये प्रयास करेगें।
बस यूँ ही आशीर्वाद प्रदान करते रहें।
धन्यवाद
आभार
अनन्त तिवारी (प्र○ अ○) एवं
समस्त शिक्षक
प्रा० वि० देहरे बाबा मसौरा कलाँ, ललितपुर
आभार
अनन्त तिवारी (प्र○ अ○) एवं
समस्त शिक्षक
प्रा० वि० देहरे बाबा मसौरा कलाँ, ललितपुर
मित्रों आप भी बेसिक शिक्षा विभाग के सम्मानित शिक्षक हैं तो इस मिशन संवाद के माध्यम से शिक्षा एवं शिक्षक के हित और सम्मान की रक्षा के लिए हाथ से हाथ मिला कर अभियान को सफल बनाने के लिए इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में सहयोगी बनें और शिक्षक धर्म का पालन करें। हमें विश्वास है कि अगर आप लोग हाथ से हाथ मिलाकर संगठित रूप से आगे बढ़े तो निश्चित ही बेसिक शिक्षा से नकारात्मकता की अंधेरी रात का अन्त होकर रोशनी की नयी किरण के साथ नया सबेरा आयेगा।
हम सब हाथ से हाथ मिलायें।
बेसिक शिक्षा का मान बढायें।।
बेसिक शिक्षा का मान बढायें।।
नोटः- यदि आप या आपके आसपास कोई बेसिक शिक्षा का शिक्षक अच्छे कार्य कर शिक्षा एवं शिक्षक को सम्मानित स्थान दिलाने में सहयोग कर रहा है तो बिना किसी संकोच के अपने विद्यालय की उपलब्धियों को हम तक पहुँचाने में सहयोग करें। आपकी ये उपलब्धियाँ हजारों शिक्षकों के लिए नयी ऊर्जा और प्रेरणा का काम करेंगी। इसलिए बेसिक शिक्षा को सम्मानित स्थान दिलाने के लिए हम सब मिशन संवाद के माध्यम से जुड़कर एक दूसरे से सीखें और सिखायें। बेसिक शिक्षा की नकारात्मकता को दूर भगायें।
उपलब्धियों का विवरण और फोटो भेजने का WhatsApp no- 9458278429 है।
साभार: शिक्षण संवाद एवं गतिविधियाँ
विमल कुमार
कानपुर देहात
18/06/2016
कानपुर देहात
18/06/2016
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