शिक्षक के दायित्व

चलो पहचान बदल ही डालें
शिक्षक हैं कुछ कर ही डालें।
माता, पिता, गुरु और ईश्वर,
इनके महत्व हैं बतलाने।
शिक्षा के कुछ मायने बदलें,
हर बच्चे को जानें समझें।
ज्ञानार्जन कुछ यूँ करवायें,
कीड़े किताबी नहीं बनें वो।
दृढ़तापूर्वक हर बाधा को,
एक-एक करके पार लगायें।
अध्ययन करते हम जीवन भर,
सीखने सिखाने में सक्षम रहते।
नये दौर की नयी-नयी बातें ,
चिंतन, कल्पना, जिज्ञासा सीखें।
उद्देश्य बना लें सत्य की खोज,
विद्यार्थी को दें ऐसी सोच।
प्रोत्साहन भी करते जाना,
उन्हें लक्ष्य तक है पहुँचाना।
चलो पहचान बदल ही डालें,
शिक्षा की अलख को और जलायें।
सेवा भाव से मिलकर हम सब,
शिक्षा के नन्हें कुछ दीप जलायें।
भारत के ये भाग्य विधाता,
इन पर सबको गर्व करा दें।
चलो पहचान बदल ही डालें,
शिक्षक हैं कुछ कर ही डालें।

रचयिता
आसिया फ़ारूक़ी,
प्रधानाध्यापिका,
प्राथमिक विद्यालय अस्ती,
नगर क्षेत्र-फतेहपुर,
जनपद-फतेहपुर।

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