पहेली पिटारा

(1)अंत कटे तो जहा बनाए
मध्य कटे तो जज बन जाए
अपनी बुद्धि का करें प्रयोग
बूझ पहेली  करें सहयोग  जहाज
(2) अन्त हटे तो सम हो जाए
      प्रथम हटे तो मय हो जाए
      हमको प्रतिक्षण यही सिखाए           
      लौट के वक्त कभी न आए   समय
(3)अंत हटाकर ढोल बजाओ
     मध्य हटाकर धोक के आओ
     अपनी बुद्धि को दौड़ाओ
      बूझ पहेली हमें बताओ।     ढोलक
(4)अन्त हटाकर काग भगाओ
     प्रथम हटाकर गज बुलवाओ
    मध्य हटाकर काज कराओ     
     बूझ सको तो हमें बताओ।   कागज
(5)प्रथम छोड़ कर हल चलवाए   
     मध्य छोड़ कर मल कर नहाए
     हल और मल का कर संयोग     
     समझ पहेली करें सहयोग।   महल
(6)प्रथम हटाऊँ हिलाकर जाऊँ
     अन्त हटाऊ महि दिखलाऊँ
     अपनी बुद्धि को दौड़ाओ
     बूझ पहेली हमें बताओ      महिला
(7)मध्य गया आज है आया
      अन्त गया तो आवा जावा
    प्रथम गया तो वाज है आया 
    वाणी ने सब कुछ समझाया।    आवाज
(8)बीच हटाऊँ लकी कहलाऊँ
    अन्त हटाकर लड़कर जाऊँ
    अपनी बुद्धि को दौड़ाओ
    अब सब मिल पहेली बताओ।   लड़की

रचयिता
नीलम भदौरिया, 
प्रधानाध्यापिका,
प्राथमिक विद्यालय पहरवापुर,
विकास खण्ड-मलवां,
जनपद-फतेहपुर।

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