अक्षय तृतीया

अक्षय तृतीया का शुभ दिन

जीवन में फैलाए खुशियाँ।

न भय न ही दुख हो कोई

सुखी सभी की हो दुनिया।

सभी का स्वास्थ्य हो अक्षय

महक उठे खुशियों की बगिया।

तन-मन रहे सदा निरोगी

जीवन में बजे संगीत लहरिया।

सब जीवों में प्रेम हो गहरा

संग में रहे माँ लक्ष्मी की छैया।

हर दिन हो जैसे त्योहार

घर-घर में बसे प्रेम की माया।

मन से मन की रहे न दूरी

बढ़े समझ की गहराइयाँ।

सपनों को मिले नई उड़ान

खुशियों की बजे शहनाइयाँ।

बच्चों की हँसी रहे अक्षय

बुजुर्गों की हो प्यारी छाया।

हर दिल में हो शांति का दीप

ऐसे हो हर अक्षय तृतीया।

माँ लक्ष्मी से यही प्रार्थना 

अक्षय ही आशीषों की छाया।


रचयिता
डॉ0 निशा मौर्या, 
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय मीरजहांपुर,
विकास खण्ड-कौड़िहार-1,
जनपद-प्रयागराज।

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