तिरंगा
रघुकुल की है रीत तिरंगा
गोकुल की है प्रीत तिरंगा
गंगा की लहरों सी पावन
भक्ति का सुर संगीत तिरंगा
आस्था और विश्वास तिरंगा
संकल्पों का है इतिहास तिरंगा।
त्याग, शांति और खुशहाली बन
धरती पर लहराए तिरंगा
प्रखर ओज और तेज लिए
प्रेम सौहार्द सिखाये तिरंगा
संघर्षों की कहानी तिरंगा
मतवालों की है जवानी तिरंगा।
आन बान और शान लिए ये
सबके मन को भाये तिरंगा।
अमर रहे ये अटल रहे ये
अम्बर तक लहराए तिरंगा
इसकी शान बनाये रखना
ये अमर शहीदों का है गहना।।
रचयिता
मंजरी सिंह,
प्रधानाध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय उमरी गनेशपुर,
विकास खण्ड-रामपुर मथुरा,
जनपद-सीतापुर।
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