नव ऊर्जा का संचार

हे ईश्वर! है करबद्ध प्रार्थना -


नववर्ष की पावन बेला पर,

नव ऊर्जा का संचार हो।

 उत्साह और उमंग के संग,

 नव चेतना भरा संसार हो।।


नव आशाओं के दीप जले,

 सबके दिलों में प्यार हो।

प्रेम की बजती मधुर बंसी सा,

 सबका सम्यक व्यवहार हो।।


कर अभिवादन रखे सबका मान,

ऐसे मन में संस्कार हों।

 मन कर्म वचन से ना पहुँचे कष्ट,

 ऐसे हमारे विचार हों।।


जलाएँ प्रतिदिन ज्ञान का दीपक,

 माँ शारदे का उपकार हो।

पढ़ लिखकर बच्चे बने शिक्षित,

 मजबूत उनका आधार हो।।


कुसुमों सा पल्लवित हो मन,

 हर परिस्थिति झेलने को तैयार हों।

 नववर्ष की पावन बेला पर,

नव ऊर्जा का संचार हो।।


रचयिता

अमित गोयल,

सहायक अध्यापक,

प्राथमिक विद्यालय निवाड़ा,

विकास क्षेत्र व जनपद-बागपत।



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