५३०~ अनमोल रत्न विजया शर्मा (स०अ०), राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सुन्दरवाला, विकासखण्ड- रायपुर, जनपद- देहरादून, (उत्तराखण्ड)

 🏅#अनमोल रत्न🏅




मित्रो आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद परिवार की ओर से देवभूमि उत्तराखण्ड से अनमोल रत्न बहन विजया शर्मा जी से करा रहे हैं जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच, समर्पित प्रयास एवं व्यवहार कुशलता से विद्यालय को शिक्षण गतिविधियों का केन्द्र बनाकर, बच्चों एवं अभिभावकों के लिए आकर्षक एवं विश्वास का प्रतीक बना दिया। जो हम सभी के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय प्रयास है। 


आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये सहयोगात्मक प्रयासों की सफलता को :- 

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👉1 - शिक्षक परिचय

विजया शर्मा (स०अ०), राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सुन्दरवाला, विकासखण्ड- रायपुर, जनपद- देहरादून, (उत्तराखण्ड) 

प्रथम नियुक्ति-: 27 जनवरी 2000


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👉2- विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने हेतु प्रयास - 

🥀a) स्वयं के प्रयास:

➡️राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सुन्दरवाला के प्रधानाध्यापक एवं प्रबन्धन समिति तथा अभिभावकों की बैठकों के तहत विद्यालय के प्रति समुदाय में सहभागिता का भाव जागृत। 

➡️ बच्चों के लिए विद्यालय में ग्रीन बोर्ड तीनों कक्षाओं में व्यवस्था। 

➡️बच्चों को ड्राइंग पेंटिंग क्राफ्ट नृत्य कला योगा पीटी एवं संगीत सिखाना।

➡️ सपेरा बस्ती एवं दूसरी बस्तियों में जाकर विद्यालय से वंचित रह रहे बच्चों को विद्यालय में नामांँकन करवाया।

➡️अपने विद्यालय की विशेषताओं की जानकारी देना एवं सरकार द्वारा मुफ्त सुविधाओं के बारे में समझाना।

➡️ एन०जी०ओ० द्वारा एवं रोटरी क्लब द्वारा बच्चों के लिए मुफ्त फर्नीचर की व्यवस्था।

➡️ एन०जी०ओ० द्वारा बच्चों के लिए स्वेटर एवं कॉपी व पेन की व्यवस्था। 

➡️बच्चों द्वारा साइंस प्रोजेक्ट पेण्टिग कविताएंँ एवं कहानी का निर्माण। 

➡️ दो अन्य विद्यालय प्राथमिक विद्यालय सुन्दरवाला एवं प्राथमिक व जूनियर विद्यालय रामगढ़ के बच्चों को स्वेटर उपलब्ध। 

➡️ प्रत्येक कक्षा-कक्ष के लिए  डस्टबिन की व्यवस्था।

➡️ बच्चों के लिए एक अलमारी पुस्तकें स्टेशनरी फल बिस्कुट इत्यादि का वितरण। 

👉B) अन्य शिक्षकों के सहयोग से-: 

➡️विद्यालय में सुव्यवस्था बनाना खेल सांँस्कृतिक कार्यक्रम प्रार्थना सभा सांँस्कृतिक कार्यक्रम में पूर्ण सहयोग प्राप्त करना एवं अपना सहयोग देना बच्चों की शिक्षा स्वच्छता तथा उचित भाषा प्रयोग पर विशेष बल।

👉 जनप्रतिनिधि के सहयोग से-:

➡️ प्रधान जी द्वारा विद्यालय परिसर में बाउण्ड्री की मर मरम्मत।

👉 शासन के सहयोग से: 

➡️a) प्रधानाध्यापक एवं अन्य अध्यापकों के द्वारा मांग पत्र प्रस्तुत कर के विधायक निधि से विद्यालय का पुनः निर्माण जो जीर्ण हो रहा था नया फर्श टाइल्स लगवाई गई दरवाजे खिड़की नए बनवाए गए एवम् छत की मरम्मत करवायी गई जो जीर्ण हो रही थी।

👉 अन्य सहयोग से-: 

➡️समय-समय पर गोष्ठियों का आयोजन कर विद्यालय विकास हेतु कार्य योजना तैयार करना।

➡️ सभी राष्ट्रीय पर्वों पर गांँव के किसी विशेष प्रतिनिधि को आमन्त्रित करके विद्यालय के विकास हेतु कार्य योजना तैयार करना। 

➡️आकर्षक गमलों में पौधे लगवाए। 

➡️औषधीय पौधों का संकलन रोपण एवं देखभाल। 

➡️ पेयजल व्यवस्था। 

➡️ हंस फाउण्डेशन द्वारा शौचालय निर्माण। 

➡️ योग और खेल को दैनिक जीवन में शामिल करना।












👉3- किए गए प्रयासों के परिणाम

🥀a) छात्र नामांँकन में वृद्धि,

➡️छात्र संख्या - 2019-20  (27)

➡️छात्र संख्या - 2020-21 (31)

➡️वर्तमान छात्र संख्या - (34)

b) छात्र उपस्थिति दर में वृद्धि, 

c) नियमित कम्प्यूटर कक्षा,

d) प्रोजेक्टर से शिक्षा,

e) समुदाय में सहयोग की भावना का विकास, 

f) विद्यालय सौन्दर्यीकरण,

g) फूल एवं औषधि पौधों का प्रसारण,

h) आनन्ददायक वातावरण का सृजन, 

i) छात्रों में प्रतिस्पर्धात्मक भावना का विकास

j) योग का प्रचार-प्रसार

k) खेल की शरीर एवम् शिक्षा पर महत्व की जानकारी, 

l) शैक्षिक भ्रमणों का सकारात्मक प्रभाव,

➡️विद्यालय के छात्रों को निःशुल्क कॉपियांँ एवं पेन देना जिससे जो बच्चे कॉपी नहीं खरीद पाते उनकी मदद हो गई।

👉4- छात्रों की उपलब्धियाँ : 

a) शिक्षा के क्षेत्र में - 

➡️वर्ष 2006 से अनवरत् संकुल, विकास खण्ड स्तर पर विभिन्न शैक्षिक प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग के साथ उत्कृष्ट स्थान प्राप्त। 

➡️जिला स्तरीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग। 

➡️एन०जी०ओ०द्वारा विभिन्न छात्रों को स्कॉलरशिप की व्यवस्था। 

➡️विगत वर्षों में छात्रों ने विज्ञान प्रदर्शनी में संकुल स्तर तक प्रतिभाग किया।

➡️विगत वर्ष कोविड-19 के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता, चित्रकारी, योग, क्राफ्ट आदि में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया।

➡️कम्प्यूटर शिक्षा से लाभान्वित। 

➡️प्रोजेक्टर से शिक्षा से अधिगम स्तर में वृद्धि,

स्मार्ट क्लासेज से बच्चो को पढ़ाना। 

 ➡️खेल के क्षेत्र में आनन्दम् पाठ्यचर्या का ऑनलाइन क्लासेज लेना। 

 ➡️संकुल, विकास खण्ड, जनपद व स्तर तक प्रतिभाग।

👉पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में-:

 ➡️पर्यावरण बचाने के लिए नो प्लास्टिक अभियान चलाना।

 ➡️दुकानों में बच्चों द्वारा बने लिफाफे बांँटना और कपड़े के बने थैले वितरित करना। 

➡️श्री देव सुमन जयन्ती पर वृक्षारोपण करना। 

➡️उत्तराखण्ड हरेला पर्व पर वृक्षारोपण, महापुरुषों की जयन्ती पर वृक्षारोपण, पर्यावरण संरक्षण एवं स्वच्छता पर कार्य।

 👉समाजोपयोगी कार्य-: 

➡️गर्मियों की छुट्टियों में बच्चों के लिए समर कैम्प में लगातार तीन वर्ष तक योगा सिखाया जिससे बच्चे योग के प्रति जागरूक हो सके एवं छोटे-छोटे योग स्वयं कर सके।

➡️अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर शिक्षकों को ऑनलाइन योगा करवाना। 

➡️इसके अतिरिक्त समय-समय पर छात्रों द्वारा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, प्रदूषण रोको, नशाबन्दी, दहेज विरोधी वाइल्ड लाइफ एंड फॉरेस्ट बचाओ जागरूकता अभियान।

👉राष्ट्रीय पर्वों व राजकीय कार्यक्रमों का क्रियान्वयन-:

➡️राष्ट्रीय पर्व पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर हर्षोल्लास के साथ प्रतिभाग। 

➡️राष्ट्रीय पर्वों पर समुदाय एवं अभिभावकों द्वारा सक्रिय भूमिका, इन दिवसों से पूर्व समुदाय द्वारा विद्यालय में श्रमदान। 

➡️विद्यालय में राजकीय कार्यक्रमों का क्रियान्वयन समय बद्ध तरीके से। 

➡️विद्यालय में बाल मेले का आयोजन, बच्चों की शत प्रतिशत प्रतिभागिता।









👉5-विद्यालय में भौतिक संसाधनों की उपलब्धता:

➡️विद्यालय भवन का आकर्षक परिवेश।

छात्रों के लिए प्रांँगण में बैठने हेतु उचित व्यवस्था। 

➡️खेलने के लिए खुला परिवेश। 

➡️प्राकृतिक सुन्दरता,

छात्रों के लिए पर्याप्त फर्नीचर,

कम्प्यूटर, प्रोजेक्टर, हारमोनियम, ढोलक, पीटी-ड्रम,  क्रिकेट, लूडो, लेजियम डंबल्स, कैरम, बैडमिण्टन, फुटबॉल आदि खेल सामग्रियों का यथा समय अधिकाधिक उपयोग।

👉6- शिक्षकों की उपलब्धियाँ एवं नवाचार : 

➡️गतिविधि आधारित शिक्षण को प्राथमिकता। 

➡️प्रत्येक बच्चे की प्रतिभागिता सुनिश्चित कराना। 

➡️स्थानीय परिवेश को सम्मिलित कर शिक्षण। 

➡️औषधीय पौधों के लाभ उपयोग एवं महत्व को बताते हुए विद्यालय में वाटिका तैयार करना। 

➡️आनन्दमयी वातावरण का निर्माण। 

➡️छात्र-छात्राओं को स्वयं सृजन का अवसर देना

👉7-शिक्षक सम्मान एवं पुरस्कार विवरण

➡️ब्लॉक से जिला स्तर तक सहयोग हेतु सम्मान। 

➡️छात्र /छात्राओं के लिए विज्ञान वर्क बुक निर्माण हेतु  प्रशस्ति पत्र। 

➡️आनन्दम पुस्तक निर्माण हेतु प्रशस्ति पत्र

➡️अध्यापकों को ऑनलाइन आनन्दम वर्चुअल क्लास में पढ़ाने के लिए प्रशस्ति पत्र

➡️गणतन्त्र दिवस पर झांँकी निर्माण के लिए प्रशस्ति पत्र। 

➡️लायंस क्लब द्वारा

सम्मानित

➡️ मिशन शिक्षण संवाद परिवार द्वारा सम्मान व पुरस्कार प्राप्त। 

➡️मिशन शिक्षण संवाद उत्तराखण्ड के संस्थापक महोदय द्वारा शिक्षक दिवस पर सम्मानित गणतन्त्र दिवस व शिक्षक दिवस पर सम्मानित

➡️मिशन शिक्षण संवाद उत्तराखण्ड के सहयोग से उत्तराखण्ड स्थापना दिवस पर संस्कृत शिक्षा निदेशक, अपर शिक्षा निदेशक (प्रारम्भिक एवं माध्यमिक) महोदय द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने पर सम्मानित। 

👉8- संदेश :-

⭐A) मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश- मिशन शिक्षण संवाद शिक्षकों और छात्रों के लिए एक बहुत ही उपयोगी मंच है, यहाँ बेसिक शिक्षा के उत्थान के लिए बहुत ही उत्कृष्ट कार्य किया जा रहे हैं। हम लोग बहुत भाग्यशाली हैं, जो इस कार्य हेतु अपना सहयोग प्रदान कर रहे हैं। मिशन शिक्षण संवाद से हमने सीखा कि कैसे हम बच्चों के उत्थान में अपने छोटे-छोटे सहयोग से सभी छात्रों को लाभान्वित कर सकते हैं

B) शिक्षकों के लिए संदेश - विद्वानों ने ठीक ही कहा है सीखने की कोई उम्र नहीं होती। हमें प्रतिदिन कुछ नया करने का सपना देखना चाहिए, जिससे हम छात्र हित में नई उड़ान भर सकें। किसी भी शिक्षक की सफलता उसके द्वारा पढ़ाये गये छात्रों की सफलता पर निर्भर करती है।

संकलन : माधव सिंह नेगी 

टीम मिशन शिक्षण संवाद परिवार उत्तराखण्ड 

नोट : यदि आपने अथवा आपके परिचित किसी शिक्षक साथी ने अपने प्रयासों से शिक्षा के उत्थान,  शिक्षक के सम्मान और मानवता के कल्याण के लिए कुछ अलग हटकर अथवा बेहतर कार्य किया हो तो आप भी अपनी स्टोरी एवं स्टोरी को प्रमाणित करने वाली फोटो को मिशन शिक्षण संवाद के वाट्सअप नम्बर- 9458278429 पर भेज दें अथवा भिजवा दें। क्योंकि श्रम का सदैव सम्मान एवं प्रतिभाओं का प्रोत्साहन होना ही चाहिए। 🙏🙏🙏

सादर निवेदन : टीम मिशन शिक्षण संवाद परिवार 

25-01-2022

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