ईद का पर्व

प्रेम और भाईचारे का पावन

पर्व होता है यह ईद।

चाँद का दीदार करके

हम सब मनाते हैं ये ईद।


गले मिलकर दिली मुबारकबाद

देकर हम सब मनाते हैं ईद।

आपस का सब बैर भूलकर

मिलजुल कर मनाते ये ईद।


हर घर में होती खुदा की इबादत

खुशियाँ लाए सबके लिए है ईद।

सभी में होती नई उमंग

चैन अमन लाती ये ईद।


हर घर से आती है

पकवानों की खुशबू।

पर मीठी सेवईं से ही

मनाई जाती ये ईद।


हर चेहरे पर मुस्कान होती

एकता का संदेश लाती ये ईद।

इस ईद पर मिलकर करे इबादत

महामारी से निजात दिलाई ये ईद।


बरसे सब पर खुदा की रहमत

प्रेम सुकून सबके लिए, लाए ये ईद।

हम सब करें एक-दूसरे का सहयोग

मानवता का संदेश देती है ये ईद।


रचनाकार

मृदुला वर्मा,

सहायक अध्यापक,

प्राथमिक विद्यालय अमरौधा प्रथम,

विकास खण्ड-अमरौधा,

जनपद-कानपुर देहात।



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