महिला सशक्तिकरण विशेषांक-300

*300 वें अंक की सभी बहनों को हार्दिक बधाई*
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
*महिला सशक्तीकरण विशेषांक -300*

दिनाँक- 14.07.2024


*मिशन शिक्षण संवाद परिवार के बहनों की सफ़लता एवं संघर्ष की कहानी*


नाम -  प्रतिमा उमराव
पद- सहायक अध्यापक
विद्यालय - उच्च प्रा० वि० अमौली (1-8)
विकास खण्ड- अमौली
जनपद- फतेहपुर
सफलता एवं संघर्ष की कहानी -
प्रथम नियुक्ति / सामाजिक सेवा की शुरुआत - 31/12/2005
विद्यालय - प्राथमिक विद्यालय सैंडी
विकास खण्ड-अमौली
जनपद-फतेहपुर
प्रोन्नति तिथि - 17/04/2010
विद्यालय नाम - उ० प्रा० वि० कुम्हारनपुर
वर्तमान नियुक्ति/ वर्तमान कार्यक्षेत्र -
14 सितम्बर 2013
वर्तमान विद्यालय - उ० प्रा० वि० अमौली(1-8)
विकास खण्ड-अमौली
जनपद-फतेहपुर
प्रारम्भिक परिचय - मैं प्रतिमा उमराव (स०अ०) के पद पर मेरी नियुक्ति बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित परिषदीय विद्यालय प्राथमिक विद्यालय सैंठी में 31 दिसंबर 2005 को हुई थी। यह मेरे लिए बहुत ही सौभाग्य की बात थी। क्योंकि मुझे बच्चों को पढ़ना बहुत अच्छा लगता है। मैं जनपद-फतेहपुर के विकास खण्ड-अमौली में रहती हूं और मेरा कार्य क्षेत्र भी अमौली ही है। मेरी प्रथम नियुक्ति जब हुई तो उसे विद्यालय के प्रधानाध्यापक स्वर्गीय श्री राम प्रकाश सर जी थे। इस विद्यालय विद्यालय का यह प्रथम सत्र का शिक्षण कार्य शुरू हुआ था। इस विद्यालय में लगभग मैंने पूरे 4 वर्ष 6 माह तक सेवा दी जिसमें प्रोन्नति के उपरांत में उच्च प्राथमिक विद्यालय कुम्हारनपुरर में मेरी नियुक्ति हुई। इसमें छात्र संख्या का नामांकन प्रतिशत लगातार बढ़ता ही रहा था।
विद्यालय की समस्याएं और समाधान --
घर हो अथवा विद्यालय, व्यक्ति गत जीवन हो अथवा नौकरी। कहीं नकहीं कुछ कम ज्यादा समस्याएं जरूर आती है लेकिन उन समस्याओं को समझते हैं और फिर उनको ससुनियोजित तरीके से हल करने का प्रयास करते हैं तो समाधान निश्चित ही मिलते हैं।
1- नामांकन प्रतिशत और उपस्थित प्रतिशत-- नौकरी के शुरुआती दिनों में शिक्षण कार्य के दौरान यह अनुभव किया कि अभी भी समाज में शिक्षा को लेकर उतनी जागरूकता नहीं है। इसलिए बच्चों के नामांकन को लेकर विशेष चर्चा परि चर्चा गांव, समाज, समुदाय से करनी पड़ी। विद्यालय की भी कुछ आधारभूत समस्याएं थीं जिनको विभाग के द्वारा धीरे-धीरे उनका भी समाधान किया गया। फिर समय बदलता गया और अभिभावक अपने बच्चों को पढ़ने के लिए विद्यालय भेजने लगे। प्रत्येक सत्र में आज भी विद्यालय में  छात्र छात्राओं का नामांकन कराने एवं बच्चों को प्रवेश दिलाने हेतु गांव - गांव ,घर-घर जाकर नामांकन रैली और अभिभावक संपर्क करते हैं।
2- बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु प्रेरित करना-  खासकर उनके परिवारों के बीच में जाना पड़ा जहां बालिका शिक्षा को लेकर बिल्कुल जागरूक नहीं थे।तो इन समस्याओं को दूर करते हुए अपने शिक्षक के रूप में सेवाएं देना जारी रखा और सफलता भी मिलती गई कि विद्यालय में नामांकन प्रतिशत, उपस्थित प्रतिशत का दायरा बढ़ता ही गया।
3-  सामाजिक रुढ़वादिता को दूर करने का प्रयास- बेटी- बेटा एक समान है इस बात को समाज के बीच जाकर महिला चौपाल लगाकर, अभिभावक मीटिंग कर, अभिभावक संपर्क कर यह बात बताने एवं व्यावहारिक रूप से लागू करने के लिए भरसक प्रयास किया। जिसमें मुझे सफलता भी मिली।
4- अभिभावकों को जागरूक करना- बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने एवं बालिकाएं शिक्षा के मुख्य धारा से जुड़ी रहे इसके लिए अभिभावकों से संपर्क किया जिसमें विशेष कर माताओं से, महिलाओं से गांव घर में जाकर संपर्क किया जिससे समाज में बालिकाओं की शिक्षा को लेकर जागरूकता आयी।
5- पर्यावरण जागरूकता- मैं स्वयं बचपन से ही पर्यावरण प्रेमी होने के कारण जिस भी विद्यालय में मैं सेवा दी है वहां पर वृक्षारोपण अवश्य किया है और उनकी देखभाल भी की है। यही कार्य आज भी जारी है। अभी मैं आधा सैकड़ा से ज्यादा पौधे दान कर चुके हो। अपने वर्तमान विद्यालय में भी पौधा रोपण किया है। वृक्ष हमारे पर्यावरण का अभिन्न अंग है। यह बात बच्चों और बच्चों को भी समझाती हूं। कक्षा 8 उतरन छात्राओं को पौधा देकर विदा किया था। कोरोना कल में स्वयं भी पौधे लगाए और बच्चों से भी अपने घरों में पौधे लगवाए।
6- विद्यालय की आधारभूत आवश्यकताएं-
विद्यालय में विद्युत की आपूर्ति प्रत्येक कक्षा कक्ष, जल आपूर्ति समरसेबल, हैंड पंप,  बालक-बालिका शौचालय में रनिंग वाटर, प्रत्येक कक्षा में फर्नीचर बच्चों के बैठने एवं शिक्षा ग्रहण करने के लिए, टाइली कारण, ऑफिस, कंप्यूटर कक्ष, लाइब्रेरी कक्ष आदि सभी आवश्यकताओं की पूर्ति समय-समय पर प्रधानाध्यापिका श्रीमती रामरती देवी एवं विद्यालय स्टाफ , ग्राम प्रधान और खंड शिक्षा अधिकारी के सहयोग से बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा की जाती है। कायाकल्प के सभी बिंदुओं से हमारा विद्यालय आच्छादित है।
7- कोरोना काल में शिक्षण कार्य- विभाग के निर्देशानुसार ऑनलाइन पढ़ाई करने के उद्देश्य से व्हाट्सएप ग्रुप का निर्माण कर मैंने बच्चों की पढ़ाई जारी रखा। इस विपरीत परिस्थिति में इस विपरीत समय में मिशन शिक्षण संवाद द्वारा प्रेषित वर्कशीट यूट्यूब सेशन, बच्चों के शिक्षा बाधित न हो इसलिए मिशन के सहयोग एवं निर्देश से मैंने स्वयं के द्वारा वर्कशीट एवं वीडियो भेज कर ऑनलाइन शिक्षण कार्य किया था। और बच्चे लाभान्वित हुए। मुख्य दिवस या दिवस विशेष एवं प्रतियोगिता के लिए भी बच्चों ने ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण की।
स्वयं के जीवन के संघर्ष एवं सफलताएं - ईश्वर की कृपा एवं माता-पिता के आशीर्वाद से मेरे जीवन में कुछ विशेष कठिनाइयां एवं संघर्ष नहीं आए हैं।  बस समय एवं परिस्थित के अनुसार स्वयं को ढालते हुए मैं अपने जीवन में उत्साह के साथ कदम बढ़ाती चली गई। माता-पिता ने मुझे शिक्षा का पूरा अवसर दिया और उन्हीं के शिक्षा संस्कार और पालन पोषण एवं आशीर्वाद की वजह से मुझे यह सामाजिक कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ। जिससे मैं बेहद खुश एवं संतुष्ट हूं। बस अब एक ही अभिलाषा है कि जिन बच्चों को मैं शिक्षा देती हूं उनका भविष्य अधिक से अधिक खुशहाल बना सकूं और वह एक अच्छे संस्कारी जीवन को प्राप्त करते हुए उन्नति के मार्ग पर सदैव अग्रसर रहें।
कार्य क्षेत्र की उपलब्धियां-
विद्यालय एवं विद्यार्थियों की उपलब्धियां-
ब्लॉक एवं जनपद स्तरीय सुलेख प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर ब्लॉक में प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करना। राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित परीक्षा में छात्राओं द्वारा प्रतिभाग।
2- नवोदय विद्यालय में छात्रा का चयन।
3- कोरोना काल में कोरोना से बचाव हेतु जागरूकता अभियान। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित चित्रकला एवं लेख प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन।
4 - कोरोना काल में क्विज प्रतियोगिता में प्रतिभाग।
5- ब्लॉक स्तर एवं जनपद स्तर में खेलकूद प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग एवं स्थान प्राप्त करना।
6- राष्ट्रीय आविष्कार प्रतियोगिता में जनपद स्तर में उत्कृष्ट प्रदर्शन।
7- सड़क सुरक्षा अभियान के अंतर्गत विभिन्न प्रतियोगिताओं में चित्रकला, क्विज, स्लोगन एवं निबंध प्रतियोगिता में उत्कृष्ट स्थान।
8- आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत प्रतियोगिता में प्रतिभाग।
9- निपुण भारत अभियान के में निपुण बालिका का चयन
10-  मिशन शिक्षण संवाद मंच द्वारा बच्चों की अनेक स्वरचित कविताओं का प्रकाशन एवं बाल योगी का सम्मान।
11- विद्यालय में कंप्यूटर कक्ष एवं लाइब्रेरी कक्ष भी है जिसमें कंप्यूटर से कंप्यूटर एवं स्मार्ट टीवी संचालित है। सभी बच्चे समय के अनुसार स्मार्ट टीवी में शैक्षिक वीडियो एवं गतिविधियों को भी देते हैं। सक्रिय पुस्तकालय क्लब का गठन कर बच्चों को समय-समय पर पुस्तके उपलब्ध कराती हूं और कविता एवं कहानी भी बच्चे पढ़ कर सुनाते हैं।
12- बाल संसद की गतिविधियां भी प्रत्येक शनिवार को आयोजित की जाती है। विद्यालय ही नहीं अपितु ब्लॉक में मीना मंच की गतिविधियां संचालित है।
13- आईसीटी आधारित बच्चों शिक्षा को शिक्षा देने के लिए दीक्षा एप, रीड अलांग एप, क्यूआर कोड , अरलूपा ऐप का प्रयोग, चैटरपिक्स एप ,क्विज लिंक का प्रयोग कक्षा में करके बताया है।
Computer Learning - बी आर सी अमौली में छात्राओं को कम्प्यूटर सीखने के लिए ले जाना और सहयोग करना।
छात्र उपस्थिति एवं विद्यालय की उपलब्धियां-
   1-   छात - छात्राओं का नियमित विद्यालय आने के लिए - रुचि पूर्ण ढंग से शिक्षण कार्य करना,दीक्षा एप का सहयोग लेते हुए कविता, कहानी एवं टीएलएम के साथ शिक्षण कार्य करना।
2- नियमित रूप से फोन कॉल् कर बच्चों को विद्यालय में आने के लिए प्रेरित करना। कॉलिग रजिस्टर का प्रयोग करना।
3- नामांकन बढ़ाने एवं ठहराव के लिए बुलावा टोली का सहयोग लेते हैं। आने वाले बच्चों को उनकी रूचि के अनुसार जिम्मेदारी देना। और कार्य करने पर प्रशंसा और प्रोत्साहन करना।
4- पुरस्कार वितरण - विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन करना एवं प्रथम द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को प्रोत्साहन स्वरूप पुरस्कार देना। जैसे - जैसे- सुलेख प्रतियोगिता, क्विज प्रतियोगिता, पहले उत्तर बताओ, इनाम पाओ, समूह प्रतियोगिता, सांप-सीढी प्रतियोगिता।
5- स्वच्छता टोली - स्वच्छता संबंधी आदतों का विकास हेतु स्वच्छता अभियान गीत प्रार्थना स्थल पर स्वच्छता टोली के द्वारा गतिविधि के साथ सुनाना।
6- नैतिक शिक्षा एवं शब्द कोश बढ़ाना- मिशन शिक्षण संवाद द्वारा प्रेषित दैनिक श्यामपट्ट के अनुसार एवं स्वविवेक से प्रार्थना स्थल पर सुविचार एवं प्रेरक कहानी सुनाना। हिंदी अंग्रेजी संस्कृत तीन भाषाओं में एक शब्द को बताना।
7- योगासन - प्रतिदिन योगासन कराना एवं करना तथा लाभ बताना। बाल योगी द्वारा भी बच्चों को योग सिखाने के लिए प्रोत्साहित करना।
8- खेल, रोल प्ले, टी एल एम आधारित शिक्षा देना- निर्धारित पाठ्यक्रम में पाठों को बच्चों द्वारा रोल प्ले कराकर एवं टी एल एम का प्रयोग कररुचि पूर्ण शिक्षा देना।
9-- दिवस विशेष आधारित चित्रकला प्रतियोगिता क्राफ्ट वर्क, निष्प्रयोज्य सामग्री से टी एल एम निर्माण करना, शादी के कार्ड से फूल एवं गुलदस्ता बनाना सीखना।
10 - शून्य  निवेश नवाचार के अंतर्गत फूल पत्तियों की सहायता से इको फ्रेंडली रंगोली बनाना एवं वेस्ट मटेरियल से टी एल एम का निर्माण करना, सजावटी वस्तुओं का निर्माण करना।
11- रचनात्मकता को बढ़ावा- बच्चों की कविता एवं स्वयं की एवं स्वरचित कविताओं का काव्यांजलि दैनिक सृजन, बाल साहित्य संसार के माध्यम से मिशन शिक्षण संवाद द्वारा प्रकाशित करना एवं राष्ट्रीय स्तर के बाल पत्रिका बाल उमंग में भी चित्र एवं कविताओं का प्रकाशन।
समाज सेवा के क्षेत्र में किये गये सामाजिक कार्य - मीना मंच संदर्भ दाता ब्लाक अमौली की होने के कारण उच्च प्राथमिक विद्यालय में मीना मंच का गठन एवं उसका संचालन हेतु गोष्ठी का आयोजन एवं बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु माताओं, महिलाओं को जागृत किया। मतदाता जागरूकता रैली, हस्ताक्षर अभियान, संचारी रोगों से बचाव हेतु समुदाय के बीच जाकर जागरूकता अभियान, स्वच्छता आधारित बच्चों द्वारा लघु नाटिका, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान, बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु अभियान एवं सामाजिक गोष्ठियों का आयोजन, सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन, कन्या भ्रूण हत्या न हो पर जागरूकता रैली,  मिशन शक्ति एवं नारी सशक्तिकरण  के प्रचार हेतु चौपाल एवं रैली का आयोजन, बालिकाओं को महिला हेल्पलाइन के बारे में जानकारी देना, अभिभावक मीटिंग में कविता एवं गीतों के माध्यम से सामाजिक मुद्दों पर चर्चा करना, पर्यावरण संरक्षण हेतु विद्यालय एवं पार्क में पौधारोपण करना, कक्षा 8  छात्राओं को पौधे देखकर पर्यावरण के प्रति जागरूक करना। ऑनलाइन काव्य गोष्ठी में सामाजिक एवं पर्यावरण के मुद्दों पर कविता एवं गीत प्रस्तुत करना।
स्वयं की विशेष उपलब्धियाँ -
राष्ट्रीय स्तर की पंजीकृत काव्य प्रहर पत्रिका में लेख, लघु नाटिका , कविताओं का प्रकाशन। दिग्राम टुडे में ऑनलाइन कविता एवं लेख का प्रकाशन, बुलन्दी मैराथन, दिग्राम टुडे राष्ट्रीय स्तर के ऑनलाइन काव्य गोष्ठी पर काव्य पाठ। बेसिक शिक्षा परिषद के हिंदी विषय कक्षा 8 के पाठों का काव्य रुपांतरण।
मिशन शिक्षण संवाद दैनिक सृजन में कविताओं एवं
गीतों का प्रकाशन। अविरल काव्य संगम पटल, फतेहपुर का सृजन एवं संचालन किया था।
काव्य धारा, फतेहपुर मिशन शिक्षण संवाद का संचालन। मिशन शिक्षण संवाद स्वरांजलि से गीतों का यूट्यब में संकलन। राज्य सरकार द्वारा प्रकाशित मिशन प्रेरणा पत्रिका में मीना कविता को स्थान मिला।
उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान, मिशन शक्ति नारी सशक्तिकरण हेतु अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च 2021को सम्मानित। मिशन शक्ति फेज टू नारी सशक्तिकरण फतेहपुर जिलाधिकारी महोदया अपूर्वा दुबे द्वारा सम्मानित। अरविंदो सोसायटी द्वारा शून्य निवेश नवाचार पर सम्मानित, जनपद स्तरीय टीएलएम प्रदर्शनी में डायट प्राचार्य और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा सम्मानित। खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान से दो बार सम्मानित, मिशन शिक्षण संवाद प्रयागराज में सम्मानित। प्रकृति मित्र सम्मान, पर्यावरण मित्र सम्मान, आईं सी टी में प्रतिभागिता सम्मान।
पुस्तक लेखन या साहित्यिक उपलब्धियाँ - प्रकाशित पुस्तकें -साझा संकलन- प्रकृति के आंगन में, राष्ट्र साधना के पथिक, नन्ही दुनिया के जादूगर, नैपुण्य (टी एल एम पर आधारित विशेष उपलब्धि- एनसीईआरटी, नई दिल्ली में बेसिक शिक्षा विभाग जनपद फतेहपुर की ओर से काव्य गोष्ठी में प्रतिभाग एवं सम्मान,  इंडिया बुक का रिकॉर्ड तथा ऑफिशियल विश्व रिकॉर्ड से सम्मानित पुस्तक  *भारत को जानें* में भागीदारी, अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार भारत कीर्ति अलंकरण से सम्मानित, राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न मंच जैसे परवाज एवं काव्य धारा में ऑनलाइन कविता पाठ एवं मिशन शिक्षण संवाद मंच द्वारा 400 से अधिक कविताओं का प्रकाशन एवं मासिक पत्रिका में विभिन्न लेख एवं कविताओं का प्रकाशन।
मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश -  मिशन शिक्षण संवाद एक ऐसा मंच है जो शिक्षक के उत्थान एवं बच्चों के उज्जवल भविष्य सहित समर्पित है और वह सदैव बच्चों के कल्याण अर्थ नए मित्र नए प्रयोग करता है योजनाएं बनाता है जहां सभी शिक्षक मिलकर सहयोगात्मक रूप से बच्चों के कल्याण हेतु कार्य करते हैं एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हैं। दैनिक श्यामपट्ट, वर्कशीट, वीडियो यूट्यूब नवोदय परीक्षा, विद्याज्ञान , राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित परीक्षा की तैयारी कर बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं। शिक्षकों के लिए भी नित नया सीखने का एक श्रेष्ठ मंच है।

संकलन :-
ज्योति कुमारी
टीम मिशन शिक्षण शक्ति संवाद

Comments

Total Pageviews