116/2024, बाल कहानी- 12 जुलाई


बाल कहानी- जंगल की सैर
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एक जंगल में हाथी, शेर, लोमड़ी, हिरन और खरगोश रहते थे। सभी आपस में मिल-जुल कर रहते थे और एक दूसरे की मदद करते थे। एक दिन सभी जानवरों ने सोचा कि जंगल का राजा किसे बनाया जाय। सभी आपस में कह रहे थे कि किसे जंगल का राजा बनाया जाय | तभी लोमड़ी ने कहा-, "शेर दादा! हम सबमें बडे़ हैं। शेर दादा को ही राजा बनाना चाहिए।" सभी ने कहा-, "ठीक है। आज से शेर दादा हमारे राजा हैं।" सभी बहुत खुश हो गये। खुशी के मारे हाथी नाचने लगा। हाथी को देखकर सभी जानवर नाचने लगे। जब नाच खत्म हुआ तो शेर ने कहा-, "तुमने मुझे राजा बनाया है। हम सबको मिलकर हमेशा जंगल की सैर करनी है। इस जंगल को देखना है। हम लोग रोज शाम को मिलेंगे और जंगल के बारे में बात करेंगे।" हाथी लोमड़ी, हिरन खरगोश हमेशा शेर दादा में मिलने जाते |
एक दिन कोई भी शेर दादा से मिलने नहीं आया। तब शेर को चिन्ता हो गई कि कोई बीमार तो नहीं है। शेर दादा तुरन्त सबसे मिलने गये। हाथी, लोमड़ी, हिरन और खरगोश ने कहा-, "आज हमारे घर मेहमान आये थे, इसलिए नहीं आ पाये। आपको हमारी और जंगल की इतनी चिन्ता रहती है।" 
शेर ने कहा-, "मैं तुम सबसे बड़ा हूँ। तुम्हारा ख्याल मुझे ही रखना है। शेर दादा की बात सुनकर सभी जानवर खुश हो गये।

संस्कार सन्देश-
हमें भी इन जानवरों की तरह आपस में मिल-जुल कर रहना चाहिए।

लेखिका-
दमयन्ती राणा (स०अ०)
रा० उ० प्रा० वि० ईड़ाबधाणी
कर्णप्रयाग, चमोली ( उत्तराखण्ड)

कहानी वाचक-
नीलम भदौरिया
जनपद- फतेहपुर (उ०प्र०)

✏️संकलन
📝टीम मिशन शिक्षण संवाद
नैतिक प्रभात

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