किसान दिवस
23 दिसंबर को मनाते हैं
हम किसान दिवस,
क्या है किसान की महिमा
हमें बताता है किसान दिवस।।
कृषि प्रधान है देश हमारा
बहुमत खेती वाले हैं,
जिसके घर में खेती होती
जिनके घर पशु पाले हैं।।
भूमिहीन मजदूर खेत के,
वो भी मित्रो सब किसान हैं,
पर किसान की है परिभाषा,
परेशान है वो किसान।।
गेहूँ बेचा दाल खरीदी
किसी तरह घर चल जाता है,
तन बच्चों का ढका रहे बस,
जीवन यूँही निकल जाता है।।
कर्जा माफी है एक टॉफी,
क्या टॉफी से पेट भरेगा,
शिक्षा रोज़ी, रोजगार, दिला दें,
तो किसान कुछ प्रगति करेगा।।
सत्तर प्रतिशत हम किसान मिल,
शत प्रतिशत को पाल रहे हैं,
पर किसी को पता नहीं क्यों,
किसान ही क्यों परेशान है??
रचयिता
साधना,
प्रधानाध्यापक
कंपोजिट स्कूल ढोढ़ियाही,
विकास खण्ड-तेलियानी,
जनपद-फतेहपुर।
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