अटल विचारधारा
कठिन तपस्या के स्वामी
भारत का सदा गौरव बढ़ाते,
जन-जन के हृदय में बसकर
अटल नाम से जाने जाते,
वंशवाद की रीढ़ तोड़कर
नव क्रांति को जन्म देते
मोह माया लोभ से हटकर
नव समाज का सृजन करते,
रखते थे अटल विचारधारा
सिद्धांतों में भी अटल ही रहते,
वाक शैली के अद्भुत धनी
क्षण में सभा को प्रभावित करते,
कोमल हृदय के सागर
अटल विश्वास जनता का जीते,
इच्छा शक्ति के थे प्रबल,
विरोधियों के भी हृदय सदा जीते,
आज नहीं है हमारे बीच पर
हमारे विचारों में सदा वह हैं जीते,
सम्मान से उनका नाम लेकर
सदा गुणगान हम उनका हैं करते।।
रचयिता
ओम प्रकाश श्रीवास्तव,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय उदयापुर,
विकास खण्ड-भीतरगाँव,
Right
ReplyDelete