सेंटा आया

सेंटा आया सेंटा आया, 

देखो कितनी खुशियाँ लाया। 

हमने अपना घर सजाया, 

सेंटा आया सेंटा आया।। 


25 दिसंबर दिन है बड़ा, 

सेंटा हमारे दर पर खड़ा। 

जिंगल बेल गाना गाया, 

सेंटा आया सेंटा आया।। 


रात में छुपकर सेंटा आते, 

मोजों में खुशियाँ रख जाते। 

टॉफी चॉकलेट सबने खाया, 

सेंटा आया सेंटा आया।। 


 गिरजाघर में घंटी बजेगी, 

रंग-बिरंगी रोशनी सजेगी। 

मम्मी ने घर में केक बनाया, 

सेंट आया सेंट आया ।। 


रचयिता

पूनम गुप्ता "कलिका",
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय धनीपुर,
विकास खण्ड-धनीपुर,
जनपद-अलीगढ़।



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