काव्यांजलि

*#काव्यांजलि*
टीम # *मिशन शिक्षण संवाद* की ओर से कविताओं का नया संग्रह,

🔵🔴 *#काव्यांजलि_2299* 🔴🔵
दिनांक- शनिवार, 31.08.2024~~~~~

कक्षा- 6, विषय- विज्ञान 
इकाई- 6 जीव जगत 

*जन्तुओं का वर्गीकरण (भाग- 3)*

वास स्थान के आधार पर,
जन्तु चार भागों में बाँटे जाते।
जल में रहने वाले जन्तु जैसे- मछली,
आदि जलीय जन्तु कहलाते।।

अधिकांश समय तक, 
वायु में उड़ने वाले जन्तु।
जैसे- पक्षी आदि बच्चों,
कहलाते वायवीय जन्तु।।

स्थल पर रहने वाले जन्तु,
स्थलीय जन्तु कहलाते हैं। 
जैसे- मनुष्य, कुत्ता, बिल्ली आदि,
स्थलीय जन्तु की श्रेणी में आते हैं।।

जल तथा स्थल दोनों स्थानों पर, 
जो जन्तु अपना जीवन यापन करते हैं।
जैसे- मेढक, कछुआ आदि देखो,
इन्हें उभयचर जन्तु हम कहते हैं।।

*🙏रचना-* 
सुमन सिंह (स०अ०)
उच्च प्राथमिक विद्यालय बिल्ली
वि० क्षे०- चोपन, जनपद- सोनभद्र 

✏️ *संकलन*
📝 *काव्यांजलि टीम,*
*मिशन शिक्षण संवाद*

# *काव्याँजलि*#
टीम *मिशन शिक्षण संवाद* की ओर से कविताओं का नया संग्रह

🟣🔵 *काव्याॅंजलि  1169* 🟣🔵
दिनाँक- 31/08/2024, दिन- शनिवार

कक्षा–प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक 
विषय- विज्ञान
*प्रकरण–विज्ञान महोत्सव*

विज्ञान महोत्सव को मनायें हम,
दिखायें जगत को भारत का दम।
विज्ञान है वरदान, विश्व को बतायें,
वसुधैव कुटुम्बकम् जगत को दिखायें।।
 
जबसे मानव ने अपनाया विज्ञान,
तब से काम हुए बहुत आसान।
सोचा परखा और प्रयोग किया,
अन्धविश्वास को भी फिर दूर किया।।

जो कर दे समस्याओं का समाधान,
कराये सब जड़-चेतन का पूर्ण ज्ञान।
तभी हम आज महोत्सव हैं मनाते,
सारे वैज्ञानिकों को शीश हैं नवाते।।
       
🙏रचना-
कु राखी (छात्रा)
कक्षा- नवम्
रा० इ० का० दैड़ा 
वि० ख०- ऊखीमठ, रुद्रप्रयाग

📝 *काव्याँजलि टीम, मिशन शिक्षण संवाद- उत्तराखण्ड*।

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