दीपावली

आकाशगंगा को धरा पर उतारें

 वसुंधरा का कोना-कोना सजाएँ

 प्रेम स्नेह और मानवता का दीप जलाकर

  पंच दिवसीय प्रकाश उत्सव मनाएँ


 राम रूपी सार को जीवन का आधार बनाएँ

 कलुषता तपन द्वेष घृणा को वन में छोड़कर

 श्री राम के चरित्र को जीवन मे उतारें

 सरलता से भवसागर पार हो जाए


 जगमग एक रंग हो धरा

 हर घर, हर मन में प्रकाश हो

 प्रार्थना बस प्रथम पूज्य देव से

 सुख, समृद्धि, सौहार्द का जग में वास हो 


 ध्यान रखें कोई घर अप्रकाशित ना रहे

 हर घर में गणेश लक्ष्मी का पूजन हो 

 करें मदद सामर्थ्य के अनुसार

 यह दीपावली किसी की भी सूनी न हो 


   धनतेरस, छोटी दीपावली, दीपावली 

....गोवर्धन पूजा, भैया दूज ये पंच दिवस

      हैं संस्कृति के प्रतीक हमारे 

     पूर्ण श्रद्धा और समर्पण से इन्हें मनाएँ


 आओ हम सब मिलकर

. . प्रकाश उत्सव मनाएँ🥰


रचयिता

सुधा गोस्वामी,
सहायक शिक्षिका,
प्रथमिक विद्यालय गौरिया खुर्द,
विकास क्षेत्र-गोसाईंगंज,
जनपद-लखनऊ।



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