गांधी जयन्ती

आजादी के महानायक का 

हम आज जन्मदिन मनाते हैं 

सत्य अहिंसा के पुजारी की

हम आज गाथा गाते हैं।।


देश प्रेम था मन में उनके 

आजादी थी उनकी जान

स्वतंत्रता संग्राम में रहे अग्रणी 

उच्च विचार उनकी पहचान।।


दुबली पतली थी काया और

सादा जीवन को अपनाया था 

देश प्रेम की ज्योति जलाकर

आजादी का बिगुल बजाया था।।


सत्य, अहिंसा के बल पर आपने 

देश को आजादी दिलायी थी

लहराया था तिरंगा शान से

आजादी की रौनक छायी थी।।


अपने लहू से लिख दी बापू 

तुमने एक नई कहानी थी 

नमन करता है हर भारतीय

बापू जी की अमर कहानी था।।


रचनाकार

मृदुला वर्मा,

सहायक अध्यापक,

प्राथमिक विद्यालय अमरौधा प्रथम,

विकास खण्ड-अमरौधा,

जनपद-कानपुर देहात।

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