पावन दिवस
2 अक्टूबर अति पावन दिवस
बापू, शास्त्री जी का हुआ जनम
सत्य, अहिंसा का इन्होंने मार्ग दिखाया
दया, धर्म, परोपकार, प्रेम का पाठ पढ़ाया
दी गुलामी से आजादी
स्वतंत्र देश का उपहार दिया
माँ भारती की शान तिरंगे को
आजाद गगन में स्थान दिया
सहयोग, चंपारण, दांडी यात्रा
भारत छोड़ो आंदोलन को मार्ग बनाया
स्वतंत्रता की कठिन डगर को
दृढ़ संकल्प, जन सहयोग से सरल बनाया
शास्त्री जी सा सरल व्यक्तित्व न हुआ दूजा
जय जवान, जय किसान नारे से भारत गूँजा
बने स्वतंत्र देश के दूसरे प्रधानमंत्री
सहजता सरलता सादगी का पाठ पढ़ाया
अहिंसा परमो धर्म
अहिंसा ही शक्ति है
अहिंसा ही सुख शांति का मार्ग
संदेश इन्होंने जन-जन तक पहुँचाया
युग पुरुष हैं दोनों संत जन
शत-शत इनको है नमन
ऋणी रहेगा भारत इनका
दिया इन्होंने सुंदर, स्वतंत्र चमन
जय हिंद जय भारत
रचयिता
सुधा गोस्वामी,
सहायक शिक्षिका,
प्रथमिक विद्यालय गौरिया खुर्द,
विकास क्षेत्र-गोसाईंगंज,
जनपद-लखनऊ।
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