विजय दशमी
असत्य पर सत्य की जीत को
दर्शाता विजयदशमी का त्योहार
बड़ी धूमधाम और खुशियों से
मनाया जाता विजयदशमी का त्योहार।।
माता सीता को जब रावण
छल से लंका ले आया था
तरह-तरह के प्रलोभन देकर अपना
बनाने का कुचक्र चलाया था।।
तब मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम ने
लंका की ओर कदम बढ़ाए थे
रावण के सारे महारथी
श्री राम से जीत न पाए थे।।
दस सिर थे रावण के फिर भी
श्री राम ने उसे हराया था
श्री राम ने अधर्म को मिटाकर
धर्म पताका को फहराया था।।
हम भारतवासी विजयदशमी का
त्योहार धूमधाम से मनाते हैं
सत्य की जीत निश्चित है
हमारे प्रभु श्री राम हमें बताते हैं।।
रचनाकार
मृदुला वर्मा,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय अमरौधा प्रथम,
विकास खण्ड-अमरौधा,
जनपद-कानपुर देहात।
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