४७५~ प्रतिभा शर्मा सहायक अध्यापक पूर्व माध्यमिक विद्यालय, रघुनाथपुर ब्लॉक व जनपद - हापुड़, उ०प्र०

       🏅अनमोल रत्न🏅

मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद - हापुड़ से अनमोल रत्न विद्यालय परिवार से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय को आकर्षक, आदर्श और उत्कृष्ट बनाने सफलता प्राप्त की है। जिससे विद्यालय शिक्षण गतिविधियों एवं सामाजिक विश्वास का केन्द्र बन गया है। जो हम सभी के लिए अनुकरणीय एवं प्रेरक प्रयास है।।

आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को :-
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2714421028835477&id=1598220847122173

👉1- शिक्षक का परिचय :-
प्रतिभा शर्मा सहायक अध्यापक पूर्व माध्यमिक विद्यालय, रघुनाथपुर ब्लॉक व जनपद - हापुड़

नियुक्ति तिथि : 17-10-1997
पदोन्नति तिथि : 20 -12-2008

👉2- विद्यालय की समस्याएं---
जब मैंने पूर्व माध्यमिक विद्यालय रघुनाथपुर में चार्ज लिया तो विद्यालय में नामांकित छात्र संख्या तो ठीक थी और बच्चे विद्यालय में आते भी थे परंतु उनका मन खेल में अधिक तथा अभिभावकों के द्वारा खेती के कार्य में अधिक रहता था। विद्यालय के प्रांगण में अनावश्यक घास व गंदगी की भरमार रहती थी। दूसरा मुख्य कारण गांव में दो प्राइवेट स्कूल भी थे।

👉3- विद्यालय में समस्याओं का समाधान----
🥀A. स्वयं के प्रयास से---
प्रत्येक दिन विद्यालय में बदल - बदल कर ईश वंदना, प्रेरक गीत, पी०टी०, योगाभ्यास तथा अभियान गीत आदि कार्य कराने प्रारंभ किए। इस प्रकार बच्चों का विद्यालय में मन लगने लगा प्रत्येक कक्षा को टी०एल० एम० के माध्यम से सजाया गया तथा बालिकाओं के लिए मीना मंच कक्ष अनेकों नवाचार विधि, चार्ट मॉडल आदि से सुसज्जित किया गया। इससे बच्चों में शिक्षण के प्रति रुचि अधिक बढ़ने लगी।
🥀B- अन्य शिक्षकों का सहयोग--
मेरे विद्यालय में बड़े ही कर्मठ तथा सुलझे हुए विज्ञान शिक्षक डॉ० वीरेंद्र कुमार जी ने मुझे सहयोग देने के साथ-साथ विज्ञान कक्ष की बड़े आकर्षक विधि से अनेकों विज्ञान के उपकरणों से तथा मॉडलों से सुसज्जित किया। तथा बच्चों को प्रोजेक्टर के द्वारा फिल्म दिखा कर पढ़ाई होने लगी। इसमें काफी अहम भूमिका हमारे प्रधान अध्यापक मोहम्मद अब्दुल जलील मुल्ला जी की भी रही है।










👉4- विद्यालय में प्रेरक शिक्षण सांस्कृतिक एवं खेलकूद की व्यवस्था
---- सर्वप्रथम मेरे द्वारा विद्यालय की स्वच्छता तथा परिवेशीय स्वच्छता पर ध्यान दिया गया। ग्राम प्रधान द्वारा विद्यालय में टाइल्स व मैदान पक्का कराया। शौचालय वास वेशन तथा समर सेविल की व्यवस्था भी की गई। मेरे द्वारा विद्यालय को हरा भरा रखने के लिए पेड़-पौधों से सुसज्जित किए गया तथा शिक्षण विधि को रोचक बनाने के लिए गतिविधियों और मॉडल की सहायता ली गई तथा राष्ट्रीय पर्वों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करना बच्चों को क्राफ्ट कार्य कराना आदि।
👉5. विद्यालय और विद्यार्थियों की उपलब्धियाँ :-
------ मेरे विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने कला, नृत्य, गायन, मेहंदी तथा विज्ञान में न्याय पंचायत जनपद स्तर पर प्रतिभाग करके पुरस्कृत हुए तथा विज्ञान में राज्य स्तर पर सांत्वना पुरस्कार भी प्राप्त किया।
B. शिक्षकों के विभिन्न सम्मानों का विवरण
------ मेरे विद्यालय में विज्ञान के शिक्षक डॉ वीरेंद्र कुमार जी को जनपद स्तर पर बीएसए द्वारा उत्कृष्ट शिक्षक प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ।
6. शिक्षकों और विद्यालय की उपलब्धियाँ मेरे द्वारा विद्यालय में नवाचार के माध्यम से मेरे विद्यालय से निकलने वाले छात्र-छात्राओं ने 10th,12th में 60% से 73% तक अंक प्राप्त करके उत्तीर्ण हुए ये विद्यालय के शिक्षकों के लिए गौरव की बात है।

7. मिशन शिक्षण संवाद परिवार के लिए संदेश :-
---- मिशन शिक्षण संवाद मेरे लिए एक ऐसा परिवार है जिससे मैंने बहुत कुछ सीखा है। मैं मिशन शिक्षण संवाद की हमेशा आभारी रहूंगी जिसने मुझे नित नया करने का अवसर प्रदान किया।
प्रतिभा शर्मा (सहायक अध्यापक)
मिशन शिक्षण संवाद हापुड़

संकलन : डॉ० रेणु देवी
मिशन शिक्षण संवाद हापुड़
01-08-2020

नोट : मिशन शिक्षण संवाद में सहयोग और सुझाव के लिए वाट्सअप नम्बर - 9458278429 पर लिखें ✍🏽🙏

Comments

Post a Comment

Total Pageviews