गिनती पूरी दस

एक, एक, एक
काम करो तुम नेक
दो, दो, दो
गाली कभी ना दो

तीन, तीन, तीन
चलो बजाओ बीन
चार, चार,  चार
भाई बहन में हो प्यार

पांँच, पाँच, पाँच
 बाल पोथी  बाँच
 छह,  छह,  छह
बोलो भारत माता की जय

सात, सात, सात
सत्य का दो तुम साथ
आठ, आठ, आठ
याद करो पूरा पाठ

नौ, नौ, नौ
याद करो तुम नौ
दस, दस, दस
हो गई गिनती पूरी दस

रचयिता
वन्दना यादव "गज़ल"
अभिनव प्रा० वि० चन्दवक,
विकास खण्ड-डोभी, 
जनपद-जौनपुर।

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