बचपन के खेल
याद आता है बचपन
याद आते हैं ये खेल।
बच्चे खेलें
बचपन में ये खेल।
गुड्डा गुड़ियों का खेल
गिल्ली डंडे का खेल।
लूडो, साँप सीढ़ी का खेल
कैरम बोर्ड का खेल।
बैट बॉल का खेल
मिट्टी के घर बनाने का खेल।
पतंग उड़ाने का खेल
चोर सिपाही का खेल।
पकड़म पकड़ाई का खेल
छुपन छुपाई का खेल।
रस्सी कूदने का खेल
लंगड़ी टाँग का खेल।
बच्चों को अच्छे लगते हैं ये खेल
भुला दें सब कुछ ये खेल।
नहीं इसमें हार-जीत का खेल
ये तो बस अपनों का खेल।
प्यार, मासूमियत
दिखाते हैं ये खेल।
रचयिता
सुषमा मलिक,
कंपोजिट स्कूल सिखेड़ा,
विकास खण्ड-सिंभावली,
जनपद-हापुड़।
याद आते हैं ये खेल।
बच्चे खेलें
बचपन में ये खेल।
गुड्डा गुड़ियों का खेल
गिल्ली डंडे का खेल।
लूडो, साँप सीढ़ी का खेल
कैरम बोर्ड का खेल।
बैट बॉल का खेल
मिट्टी के घर बनाने का खेल।
पतंग उड़ाने का खेल
चोर सिपाही का खेल।
पकड़म पकड़ाई का खेल
छुपन छुपाई का खेल।
रस्सी कूदने का खेल
लंगड़ी टाँग का खेल।
बच्चों को अच्छे लगते हैं ये खेल
भुला दें सब कुछ ये खेल।
नहीं इसमें हार-जीत का खेल
ये तो बस अपनों का खेल।
प्यार, मासूमियत
दिखाते हैं ये खेल।
रचयिता
सुषमा मलिक,
कंपोजिट स्कूल सिखेड़ा,
विकास खण्ड-सिंभावली,
जनपद-हापुड़।
Very nice
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