४८२~ राहुल देव, पूर्व माध्यमिक विद्यालय रायपुर, निघासन, जनपद- लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश
🏅अनमोल रत्न🏅
मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद लखीमपुर खीरी से अनमोल रत्न शिक्षक सहयोगी भाई राहुल देव जी से करा रहे हैं जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय को न सिर्फ बच्चों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना दिया है बल्कि सामाजिक विश्वास का केन्द्र भी बनाने में सफलता प्राप्त की है। जो हम सभी के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय प्रयास हैं।
आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:
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🔷️1..शिक्षक का परिचय:-
राहुल देव, पूर्व माध्यमिक विद्यालय रायपुर, निघासन, जनपद- लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश
प्रथम नियुक्ति: 24/09/2015
वर्तमान विद्यालय में नियुक्त: 24/09/2015
🔷️2- विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने के प्रयास :
⭐A- स्वयं के प्रयास:
शैक्षिक एवं भौतिक रूप से अत्यंत पिछड़े समझे जाने वाले खीरी जनपद के ब्लाक निघासन में वर्ष 2005 से पूर्व माध्यमिक विद्यालय रायपुर का सञ्चालन दो अध्यापकों द्वारा किया गया| मेरी नियुक्ति इस विद्यालय में वर्ष 2015 में हुई| फरवरी 2018 में विद्यालय की प्रधानाध्यापिका के आकस्मिक निधन से विद्यालय सञ्चालन का सम्पूर्ण दायित्व एक मात्र शिक्षक पर आ गया| ऐसे विषम समय और परिस्थितियों में मेरे समक्ष अनेकानेक कठिनाइयाँ एवं चुनौतियाँ थीं जिनका सामना मेरे द्वारा किया गया और धीरे-धीरे पूरे क्षेत्र में विद्यालय की अपनी एक अलग पहचान बनती चली गयी| थोड़े ही समय में एकल शिक्षक की लगन, कुशल शिक्षण एवं समर्पित कार्यशैली ने सभी का मन मोह लिया| विद्यालय के नामांकन में अभूतपूर्व वृद्धि साल दर साल परिलक्षित होने लगी| कक्षा में छात्रों की उपस्थिति दर बढ़ गयी|
🔷️3- किए गये प्रयासों का परिणाम:
⭐A- प्रयास से पहले और प्रयास के बाद नामांकन- प्रयास से पहले नामांकन सत्र 2014-15 में 48 था जोकि प्रयास के बाद सत्र 2015-16 में 51, सत्र 2016-17 में 68, सत्र 2017-18 में 102, सत्र 2018-19 में 123 और सत्र 2019-20 में बढ़कर 140 हो गया|
⭐B- वर्तमान उपस्थिति का प्रतिशत- 75%
⭐C- प्रतियोगिताओं में सफल छात्रों की संख्या- प्रयास जारी है।
🔷️4- विद्यार्थियों की उपलब्धियाँ:-
⭐A- विद्यार्थियों द्वारा प्राप्त पुरस्कार विवरण: कला प्रतियोगिता, क्रीडा प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता, सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता आदि में विद्यार्थियों का उत्कृष्ट प्रदर्शन
🔷️5 - विद्यालय की प्रेरक शिक्षण, सांस्कृतिक, सामाजिक एवं खेलकूद गतिविधियाँ:-
शैक्षिक गुणवत्ता के साथ-साथ विद्यालय के भौतिक परिवेश को भी निजी एवं सामुदायिक प्रयासों से रूचिपूर्ण बनाया गया| इसके लिए उन्हें अपने बच्चों का भी पूरा सहयोग प्राप्त हुआ| बच्चों के आत्मविश्वास में वृद्धि हुई और वे पढ़ने में रूचि लेने लग गये| इसके साथ ही शिक्षक द्वारा शासन की सभी लाभकारी योजनाओं का क्रियान्वयन भी किया गया| विद्यालय में महिला अध्यापिका न होने के बावजूद मीना मंच कार्यक्रम का हर शनिवार बड़े ही रोचक ढंग से आयोजन हुआ| अभिभावकों, गणमान्य व्यक्तियों से संपर्क करके विद्यालय परिसर को अस्वच्छ होने से रोका गया| बच्चों के शैक्षिक स्तर को बढ़ाने के लिए दीक्षा एप्प की मदद से साप्ताहिक ऑडियो-वीडियो क्लासेस शुरू की गयीं| शिक्षण में अभिप्रेणनात्मक गीत/ कहानी आदि को भी समय-समय पर सुनाया व पढ़ाया जाता है| विभिन्न विषयों पर उनका उन्मुखीकरण करने के लिए विभिन्न प्रकार की सहायक सामग्री का प्रयोग भी किया जाता है जिसके उपरांत मासिक टेस्ट भी लिए जाते हैं| अभिभावकों से मोबाइल संपर्क कर बच्चे के बारे में उनका फीडबैक भी लिया जाता है| प्रत्येक कक्षा के लिए कालांश निर्धारित करते हुए शासन व प्रथम फाउंडेशन के सहयोग से विकसित पुस्तकालय व खेल की पूरी व्यवस्था है|
🔷️6- शिक्षकों और विद्यालय की उपलब्धियां:-
⭐A- शिक्षकों के नवाचारों का विवरण:- बच्चों के अधिगम स्तर के आधार पर उनका विभिन्न टोलियों में विभाजन करते हुए उनपर ध्यान केन्द्रित किया| कक्षा शिक्षण में मनोरंजक और नवाचारी ढंग से सीखने और सिखाने की प्रक्रिया अपनाई गयी जिसके कुछ ही समय में अपेक्षित सकारात्मक परिणाम दिखाई देने लगे| विद्यालय में अनुशासन व्यवस्था को बनाये रखने के लिए कक्षावार मॉनिटर निर्वाचित किये गये| बच्चों की बहुमुखी प्रतिभा को तराशने के लिए उनके द्वारा नियमित अन्तराल पर पाठ्य सहगामी क्रियाकलापों का भी समावेश किया गया| उत्कृष्ट कार्य करने वाले छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए विद्यालय आयोजनों में उनके प्रशस्ति पत्र व पुरस्कार आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी| वर्तमान में मेरा विद्यालय एक गुणवत्तापरक शिक्षा केंद्र तथा छात्रों की सहभागिता का केंद्र बन चुका है| सभी के सामूहिक प्रयासों से निश्चित ही बेसिक शिक्षा के प्रति लोगों के दृष्टिकोण में बदलाव हुआ है|
⭐B- शिक्षकों के विभिन्न सम्मानों एवं पुरस्कारों विवरण: मा. उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा द्वारा पुरस्कार कई अन्य संस्थाओं द्वारा भी सम्मानित|
⭐C- शिक्षकों की अन्य उपलब्धियाँ: विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में शैक्षिक एवं साहित्यिक लेखों का प्रकाशन|
🔷️7 - मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश:
शिक्षकों द्वारा एक-दूसरे के लिए चहुमुखी शिक्षा का एक बेहतरीन प्लेटफॉर्म है| अपने शानदार प्रयासों के लिए मिशन शिक्षण संवाद की पूरी टीम बधाई की पात्र है| इससे जुड़े हुए सभी एजुकेशन वोर्रियेर्स को मेरी हार्दिक शुभकामनायें।
🔷️8 - शिक्षक समाज के लिए संदेश:-
जो काम करके दिखाते हैं वे खुद नहीं बोला करते उनका काम बोलता है| भले ही तमाम कठिनाइयाँ हैं इस डगर में लेकिन कमाल तब है जब आप पहाड़ को काटकर रास्ता बनाना जानते हैं| मशहूर शायर दुष्यंत कुमार का शेर है- कैसे आसमान में सुराख़ हो नही सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों| एक शिक्षक होने पर मुझे अपने आप पर गर्व है|
9- संकलन एवं सहयोग :
राहुल देव
मिशन शिक्षण संवाद लखीमपुर खीरी
30-08-2020
नोट : मिशन शिक्षण संवाद में सहयोग और सुझाव के लिए वाट्सअप नम्बर- 9458278429 पर लिख कर भेज दीजिए ✍🏽🙏
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