४८१~ अशोक कुमार साहू शासकीय प्राथमिक शाला सगनी, विकास खण्ड - धमधा, जिला - दुर्ग, छत्तीसगढ़

       🏅#अनमोल_रत्न🏅



मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से छत्तीसगढ़ प्रदेश से शिक्षा के उत्थान में समर्पित शिक्षक सहयोगी भाई अशोक कुमार साहू जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय को न सिर्फ बच्चों के लिए आकर्षक शिक्षण गतिविधियों का केन्द्र बना दिया है बल्कि अभिभावकों एवं समाज के लिए विश्वास का केन्द्र बना दिया है।

आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को :-
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👉1- शिक्षक का परिचय : अशोक कुमार साहू
शासकीय प्राथमिक शाला सगनी, विकास खण्ड - धमधा, जिला - दुर्ग, छत्तीसगढ़



🥀प्रथम नियुक्ति : 30/09/2008 शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला पोटिया (मे), विकास खण्ड - धमधा
🥀वर्तमान विद्यालय में नियुक्त : 21/07/2014

👉2- विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने के प्रयास :
🥀A- स्वयं के प्रयास :
शालाओं को एक अलग पहचान दिलाने के लिये क्रमबद्ध प्रयास किये गये जो निम्न हैं-
🌟1. ग्राम के विशिष्ट नागरिकों को विद्यालय से जोड़ते हुए सर्वप्रथम दोनो शालाओं में कार्यरत शिक्षक साथियों एवं प्रधान पाठकों में समन्वय स्थापित कर शाला को प्रगति प्रदान करने हेतु स्वप्रेरित किया गया।
🌟2. विद्यालय के बच्चों में अभिव्यक्ति कौशल व नवाचारों से शाला में ठहराव के लिये अभिप्रेरित किया गया।
🌟3. समुदाय को विद्यालय से जोड़ने हेतु व्यक्तिगत रुप से मिलकर अभिप्रेरित किया गया व शिक्षा की उपयोगिता समझाते हुये उनसे आर्थिक एवं शारीरिक सहयोग प्राप्त किया गया।
🌟4. अपने शिक्षक साथियों, प्रधान पाठकों, समुदाय व उच्च अधिकारियों को विश्वास में लेकर उनके सहयोग से विद्यालय व बच्चों का संज्ञानात्मक एवं सह-संज्ञानात्मक क्षेत्र में विकास के लिए कार्य प्रारंभ किये गये।
🌟5. सर्वप्रथम विद्यालय उन्नयन की कार्य योजना तैयार कर शिक्षक साथियों, प्रधानपाठकों व शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों के साथ चर्चा करने के पश्चात् विद्यालय की आवश्यकताओं को तीन श्रेणियों में विभाजित किया
- विभाग के माध्यम से पूर्ण होने वाली आवश्यकतायें।
शिक्षकों एवं जनसमुदाय के सहयोग से पूर्ण होने वाली आवश्यकतायें।
आसपास के उद्योगों एवं प्रतिष्ठित व्यक्तियों के सहयोग से पूर्ण होने वाली आवश्यकतायें।
आवश्यकतायें ध्यान रखते हुए
वार्षिक कार्ययोजना के तहत कार्य प्रारंभ किया गया, जिसका विवरण निम्न है–
👉B. अन्य शिक्षको के सहयोग से / जनप्रतिनिधि के सहयोग से /जन सहभागिता से
🌟1. स्वच्छ, आकर्षक, प्रेरक, हमार हरियर विद्यालय परिसर बनाने में।
🌟2. कक्षा की सजावट एवं प्रिंट रिच तैयार करने में।
🌟3: रोचकपूण॔ पुस्तकालय पुस्तकालय निर्माण में।
🌟4- छत्तीसगढ़ सांस्कृतिक संबंधी कार्य निर्माण।
🌟5- हस्तकला के माध्यम से शिक्षा प्रदान करना।
🌟6- SMART CLASS के निर्माण में।
🌟7- संगवारी सीसीआरटी सांस्कृतिक क्लब की स्थापना।


🥀C. अन्य सहयोग से :
ग्राम सगनी में Power Grid medesara, कार्यरत सचिव, रोजगार सहायिका, पटवारी, कृषि विस्तार अधिकारी इत्यादि से एवं विकास खंड शिक्षा अधिकारी, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी से भी आर्थिक सहयोग सहयोग लेना विशेष उपलब्धि है।

👉3. किये गए प्रयासों का परिणाम
🥀A. प्रयास के पहले एवं प्रयास के बाद नामांकन :
ग्राम सगनी की आबादी कम है, फिर भी बहुत से बच्चे शिक्षा से दूर थे और जो विद्यालय नामांकन कराते थे वो भी नियमित विद्यालय नहीं आते थे। इस समस्या से निजात पाने के लिए निजी विद्यालयों की तर्ज पर विद्यालय के आंतरिक परिसर को आकर्षक व शैक्षिक बनाया गया साथ ही कई नवाचारों के माध्यम से बच्चों को प्रेरित एवं SMC के सदस्यों के माध्यम से पालको से संपर्क कर उन्हें प्रेरित किया गया। वर्तमान में शत-प्रतिशत नामांकन के साथ लगभग 90 फीसदी उपस्थिति रहती है।
🥀B. वर्तमान उपस्थिति का प्रतिशत :
वर्तमान में विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति लगभग 95 फीसदी रहती है, क्योंकि शाला प्रबंधन समिति के सहयोग से पालकों से निरंतर संपर्क रहता है।
🥀C प्रतियोगिताओं में सफल छात्रों की संख्या :
*नवोदय विद्यालय भती परीक्षा में विद्यालय से प्रतिवर्ष सभी् बच्चों का बैठना।

👉4. विद्यार्थियों की उपलब्धियाँ :
🥀A. विद्यार्थियों द्वारा प्राप्त पुरस्कार :
🌟1- संकुल व ब्लाक स्तरीय बाल खेल में करने वाली छात्रा को विभिन्न खेल में पुरस्कार प्राप्त हुआ है।
🌟2- विद्यालय के बाल विज्ञान के कार्यों के लिए ब्लाक स्तर पर निकलने वाले प्रपत्र में स्थान देकर सम्मानित किया गया।

👉5. विद्यालय की प्रेरक शिक्षण, सांस्कृतिक, सामाजिक एवं खेलकूद गतिविधियाँ :
🌟1. विद्यालय में बच्चों के ठहराव के लिए साप्ताहिक उपस्थिति एवं शैक्षिक प्रदर्शन के आधार पर प्रति शनिवार लइका मड़ई, का आयोजन, खेल-खेल में शिक्षा दी जाती है।
🌟2. विभिन्न अवसरों पर सांस्कृतिक गतिविधियाँ आयोजित करते हुए बच्चों को मंच प्रदान करते हुए उनके आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी की जाती है। कई बच्चों के द्वारा विकासखंड एवं जिला स्तर पर अपनी गायन एवं नृत्य कला का प्रदर्शन करते हुए पुरस्कार प्राप्त किया गया है।
🌟3. विद्यालय के छात्र / छात्राओं ने विकासखंड /एवं जिला स्तर की विभिन्न खेल गतिविधियों में भाग लेकर पुरस्कार प्राप्त किए है।

👉6. शिक्षक और विद्यालय की उपलब्धियाँ :


🥀A. विद्यालय की उपलब्धियाँ :
⭐1- सांस्कृतिक स्त्रोत एवं प्रशिक्षण केन्द्र(सांस्कृति मंत्रालय भारत सरकार) नई दिल्ली के द्वारा 2017-18 से राष्ट्रीय स्तर पर शासकीय प्राथमिक शाला सगनी में संगवारी सीसीआरटी सांस्कृतिक क्लब स्थापन किया गया है।
⭐2. शास. प्राथमिक शाला सगनी को सक्रिय विद्यालय पुरस्कार से विभिन्न संगठनों द्वारा पुरस्कृत किया जा चुका है।
🥀B शिक्षकों की उपलब्धियाँ :
विद्यालय के शिक्षक अशोक कुमार साहू उनके विद्यालय के प्रति समर्पण व योगदान के लिए विभिन्न अवसरों पर सम्मानित/प्रशिक्षण प्राप्त किया गया है।
🏅A- सीसीआरटी कुम्हारी रायपुर 2016
🏅B- क्षेत्रीय सरस मेला भिलाई 2016
🏅C- सीसीआरटी गुवाहाटी असम 2016
🏅D- सीसीआरटी कुम्हारी रायपुर 2017
🏅E- समर कैंप पांहदा पाटन 2018
🏅F- सीसीआरटी उदयपुर राजस्थान 2019
🏅G- समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ 2019
🏅H- एससीईआरटी छत्तीसगढ़ 2020

👉 7. मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश :
मिशन शिक्षण संवाद शिक्षक साथियों का एक ऐसा मंच जो शिक्षक के माध्यम से नवचारी शिक्षा देने का जरिया ही बल्कि प्रदेश की भावी पीढ़ी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का नवाचार शिक्षा के विकास के लिए अग्रसर संस्था है जो कि भावी शिक्षकों बेहतर सोच शिक्षा की गुणवत्ता दूरगामी पहल समग्र विकास की दिशा में किया जा रहा बेहतरीन संवाद की एक संस्था है मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से हमें अपने नाम आचार्य गतिविधियों और बेहतरीन क्रियाकलापों की जानकारी प्रदान होती है मंच एक ऐसा माध्यम है जो सक्रिय एवं प्रतिभावान शिक्षकों को एक मंच प्रदान करता है जिसके माध्यम से ये शिक्षक अपने प्रयासों को व्यापक स्तर तक प्रसारित कर अन्य शिक्षकों को प्रेरित कर रहे है। इस मंच से जुड़ना मेरे लिए अत्यंत गर्व एवं सम्मान का विषय है। शिक्षा के क्षेत्र इस मंच का कार्य सराहनीय है, इस मंच के द्वारा प्रसारित नित्य नवीन जानकारियाँ प्राप्त कर मैं स्वयं एवं अपने विद्यार्थियों के ज्ञान में अभिवृद्धि कर रहा हूँ। मिशन शिक्षण संवाद रुपी वट वृक्ष को रोपने एवं सींचने वाले समस्त गुरुजनों को मेरा कोटि कोटि नमन एवं धन्यवाद।
8. शिक्षक समाज के लिए संदेश
शिक्षक समाज में उच्च आदर्श स्थापित करने वाला व्यक्तित्व होता है किसी भी प्रदेश या गांव में समाज के निर्माण में शिक्षा की अहम भूमिका होती है कहा जाता है कहा जाता है कि शिक्षक ही समाज का आईना होता है शिक्षक एक ऐसा व्यक्तित्व को चित्रित करता है जो सभी को ज्ञान देता है सिखाता है और उसका योगदान किसी भी देश या राष्ट्र के भविष्य का निर्माण करता है शिक्षक बच्चों को सही सुझाव देता है और जीवन में आगे बढ़ने के लिए सदा प्रेरित करता है शिक्षक द्वारा दी गई शिक्षा ही शिक्षार्थियों के लिए संपूर्ण विकास का मूल आधार है शिक्षा हमें ज्ञान बिना मात्रा व्यवहार कुशलता योग्यता प्रदान करता है शिक्षक वह पथ प्रदर्शक होता है जो हमें किताबी ज्ञान ही नहीं बल्कि जीवन जीने की कला सिखाता है एक शिक्षार्थी को अपने शिक्षक या गुरु के प्रति सदा आदर और कृतज्ञ का भाव रखना चाहिए शिक्षक को अपने जीवन में उच्च आदर्श जीवन मूल्यों को स्थापित कर आदर्श शिक्षक की प्रेरणा देता है बच्चे हमें अपना हीरो समझ कर शिक्षक की छोटी-छोटी बातों को देखकर उसकी नकल कर उस जैसा बनना चाहते हैं तो इस इस हम सभी शिक्षकों का कर्तव्य है कि हम समाज में एक ऐसा कार्य व्यवहार करें जो हमें विद्यार्थी और समाज के लिए प्रेरणा प्रदान करें देश की भविष्य तैयार करने में समाज के उच्च विचार को प्रदान करने में हमें सहयोग प्रदान करना चाहिए पूर्व समय में शिक्षक न के भी मार्गदर्शक एवं । इस कारण हम गुरुजनों का कर्तव्य है की हम ऐसे कार्य करे।

👉9- संकलन एवं सहयोग :
अशोक कुमार साहू
मिशन शिक्षण संवाद सगनी,
जनपद- धमधा, जिला- दुर्ग, छत्तीसगढ़ - 490036
29/08/2020

नोट : मिशन शिक्षण संवाद में सहयोग और सुझाव के लिए वाट्सअप नम्बर - 9458278429 पर लिख कर भेज दीजिए🙏

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