४६३~ जय श्री सैनी सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय कुकहा रामपुर, सिंहपुर - अमेठी

         🏅अनमोल रत्न🏅

मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद - अमेठी से बेसिक शिक्षा के अनमोल रत्न जय श्री सैनी जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय को विविध शिक्षण गतिविधियों के माध्यम से बच्चों के लिए आदर्श शिक्षा एवं समाज के लिए विश्वास का केन्द्र बना दिया है। जो हम सभी के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय प्रयास हैं।



आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-

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👉1- शिक्षक परिचय :
जय श्री सैनी
सहायक अध्यापक
प्राथमिक विद्यालय कुकहा रामपुर, सिंहपुर - अमेठी

विद्यालय स्थापना वर्ष - 1950 नामांकन सत्र (2019-20) - 182
वर्तमान में कार्यरत शिक्षक - 4 जिसमें 2 शिक्षामित्र

मेरी प्रथम नियुक्ति - 8 सितंबर 2018

👉2- विद्यालय हेतु किये गए कुछ प्रयास :
(1) सबसे पहले विद्यार्थी निरंतर विद्यालय में उपस्थित रहे उसके लिए विद्यार्थियों को प्रेरित कर प्रत्येक कक्षा से तीन विद्यार्थियों को अच्छी उपस्थिति के लिए पुरस्कार देना शुरू किया।


(2) अभिभावकों से सम्पर्क और प्रबंध समिति एवं अभिभावक शिक्षक बैठक हेतु निमंत्रण पत्र द्वारा सूचना।
(3) विद्यालय में गतिविधि आधारित शिक्षण पर अधिक बल दिया।
(4) प्रत्येक शनिवार को बाल सभा आयोजित करवाने की पहल शुरू की जिससे बच्चों में अपनी बात व्यक्त करने की कला प्रबल हई।
(5) सांस्कृतिक कार्यक्रमों में ज्यादा से ज्यादा प्रतिभागिता हेतु छात्रों को तैयार कराया और रुचि जाग्रत की।
(6) प्रार्थना सभा में सामान्य ज्ञान के सरल प्रश्नों का अभ्यास कराया एवं नित नई कहानी सद-विचार आदि बच्चों को बताई गई।
(7) प्रत्येक महत्वपूर्ण दिवस एवं जयंती धूमधाम से मनाई गई। संस्कारवान शिक्षा हेतु बच्चों को नैतिक शिक्षा की प्राथमिक चीजें उनकी दिनचर्या में शामिल कराई।
(8) मेधावी छात्रों को अलग से प्रवेश परीक्षाओं हेतु तैयार किया गया। जिसका प्रणाम रहा कि विद्यालय की छात्रा सौम्या मौर्या ने वर्ष 2019 में आयोजित विद्याज्ञान की प्रथम प्रवेश परीक्षा में सिंहपुर ब्लॉक से एक मात्र चयनित होकर विद्यालय का मान बढ़ाया।











(9) मेरे एक वर्ष विद्यालय में पूर्ण करने के उपरांत बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु वायरलेस साउंड माइक सिस्टम मेरे द्वारा भेंट स्वरूप दिया गया।
(10) संचारी रोग नियंत्रण, जागरूकता, स्कूल चलो अभियान, मतदाता जागरूकता आदि अनेक रैलियां आयोजित कराई गई।
(11) विदाई समारोह, वार्षिकोत्सव योग शिविर आदि आयोजन कराए गए जिसमें जनप्रतिनिधियों के साथ - साथ अभिभावकों ने भी विद्यालय को सजीवता से परिपूर्ण किया।
(13) मैंने स्वयं रचित बाल कविताओं, गानों के माध्यम से अपनी अन्तरात्मा तक झाँक, बच्चों का ज्ञान वर्धन करने का प्रयास किया
कुछ रचनाएं :

(A) बाल गीत :
आओ बच्चो तुम्हें सुनाएँ,
आज एक कहानी।
आओ बच्चों तुम्हें सुनाएँ,
आज एक कहानी।

सारी पृथ्वी घूम रही है,
जिसपे है इतना पानी।
हम सब भी है घूम रहे
और घूम रहे हैं सब प्राणी।
आओ बच्चों तुम्हें सुनाएँ,
आज एक कहानी।

सूरज काका एक जगह पर,
बैठ करत निगरानी।
एक अकेले चंदा मामा,
घूमे फिरें बिन पानी।
आओ बच्चों तुम्हें सुनाएँ,
आज एक कहानी।।

(B) बाल गीत
अंश बटा हर।
विद्यालय अपना घर।
विषम भिन्न में अंश बड़ा,
सम भिन्न में हर।
विद्यालय को ऐसे सजाओ,
जैसे सजाते घर।
दो बटा तीन पानी,
एक बटा तीन पे हम।
दोनों मिलके पृथ्वी बनी,
जिसपे रहते तुम और हम।।

अशिक्षा पर मेरा गीत बिन पढ़े लिखे भइया तुम मूरख कहिलइहौ,
जीवन के हर डगर - डगर पर भटक - भटक तुम जइहौ।।

लोगों के द्वारा काफी सराहा गया और बच्चे अक्सर गुनगुनाते रहते है।

मिशन कायाकल्प के तहत चल रहे निर्माणाधीन कार्य में समय-समय पर आदर्श विद्यालय हेतु सुझाव। निर्माण के बीच में ही ग्रामप्रधान श्री विनोद कुमार पांडेय जी की असमय हम सभी के बीच न रहना चिंताजनक एवं अवरोधक।
कभी - कभी जब उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं मिला तब मिशन शिक्षण संवाद, दीक्षा APP एवं अन्य सहयोगी स्रोत्रों से प्रेरित होकर कार्ययोजना बदलकर निराशा से बाहर निकल पाता हूँ।





विद्यालय के उत्थान के लिए हर संभव प्रयास हेतु कुछ नया सीखता रहता हूँ।
सभी सहयोगी शिक्षक साथियों के साथ मिलकर आने वाले समय में नामांकन संख्या 182 से 200+ और सुधार के लिए संकल्पित हूँ। हमेशा ईश्वर से यही प्रार्थना है ....

हे प्रभु करो दया, इतना सामर्थ पाऊँ।
गाँव की अंतिम झोपड़ी तक,
शिक्षा का एक दीप जलाऊं।
मजबूरी तंगी हालातों को पढ़कर,
संघर्षों का नया पाठ पढ़ाऊँ।
ज्ञान के भानु को रखकर,
शैक्षिक समावेशन को राह दिखाऊँ।
हे प्रभु करो दया ,इतना सामर्थ पाऊँ।

अंतिम शब्द ...
चलो बदलते है तस्वीर हिन्दुतान की।
कुछ कदम हम चलें, कुछ कदम चलें आप भी।।

साभार:
जय श्री सैनी
मिशन शिक्षण संवाद अमेठी

संकलन एवं सहयोग
टीम मिशन शिक्षण संवाद
13/06/2020

नोट: मिशन शिक्षण संवाद में सहयोग और सुझाव के लिए वाट्सअप नम्बर - 9458278429 पर लिखें।

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