मिशन शिक्षण

मिशन शिक्षण हमारा परिवार है,
जिसको मैने  अब जाना है।
इससे जुड़ करके मैंने,
सशक्त स्वयं को माना है।
ज्ञान का अगाध सागर,
भरा पड़ा है इसमें।
जो इससे निस्वार्थ जुड़ जाए,
शिक्षण में वह और रुचि लाये।।
बच्चों के हित में हरपल,
तन मन धन समर्पित है।
बच्चों की हर प्रगति में,
हर क्षण हर पल अर्पित है।
मिशन हमारी आस है,
जिसमें हर शिक्षक का विश्वास है।
जिम्मेदारी के भाव से,
इससे जुड़ते जाना है।।
इस करोना के संकट में,
मिशन ने साथ निभाया है।
शिक्षक  शिक्षार्थी अभिभावक ने,
मिलकर कार्य करवाया है।।
मिशन हमारी शान है, 
मिशन हमारी जान है।
हमें शिक्षण की जागरुकता कराये
इसी में हमारी शान है।।
                         
रचयिता
देवेश्वरी सेमवाल,
सहायक अध्यापक,
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय कान्दी,
विकास खण्ड अगस्त्यमुनि,
जनपद-रुद्रप्रयाग,
उत्तराखण्ड।

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