उत्तोलक
उत्तोलक है एक बेहद सरल मशीन,
कार्य आसान नहीं है अब इसके बिन।
प्रकार होते हैं यूँ तो मात्र इसके तीन,
खूबियाँ इसकी चलो आज लेते हैं गिन।
तीन चीजों पर निर्भर है इसका प्रकार,
उनका नाम है आयास, आलम्ब और भार।
जिसमें आयास और भार के बीच आलम्ब आए,
वो मशीन प्रथम श्रेणी का उत्तोलक कहलाए।
जैसे कैंची, प्लायर्स और हथौड़ी,
ऐसे बहुत से नाम से भरी तिजोरी।
जिसमें आयास और आलम्ब के बीच भार आए,
वो मशीन द्वितीय श्रेणी का उत्तोलक कहलाए।
उदाहरण सरौता और ओपनर,
और बहुत नाम है इसके अंदर।
जिसमें आलम्ब और भार के बीच आयास आए,
वो मशीन तृतीय श्रेणी का उत्तोलक कहलाए।
जैसे चिमटा, पेचकस और नेलकटर,
ऐसे बहुत से मिलकर करते गिटरपिटर।
आसानी से कर लो बच्चों अब तुम इनको याद,
उत्तोलक है सरल मशीन और इसके तीन प्रकार।
रचयिता
माधुरी जायसवाल,
सहायक अध्यापक,
अभिनव पूर्व माध्यमिक विद्यालय इब्राहिमाबाद,
विकास खण्ड-सिकरारा,
जनपद-जौनपुर।
कार्य आसान नहीं है अब इसके बिन।
प्रकार होते हैं यूँ तो मात्र इसके तीन,
खूबियाँ इसकी चलो आज लेते हैं गिन।
तीन चीजों पर निर्भर है इसका प्रकार,
उनका नाम है आयास, आलम्ब और भार।
जिसमें आयास और भार के बीच आलम्ब आए,
वो मशीन प्रथम श्रेणी का उत्तोलक कहलाए।
जैसे कैंची, प्लायर्स और हथौड़ी,
ऐसे बहुत से नाम से भरी तिजोरी।
जिसमें आयास और आलम्ब के बीच भार आए,
वो मशीन द्वितीय श्रेणी का उत्तोलक कहलाए।
उदाहरण सरौता और ओपनर,
और बहुत नाम है इसके अंदर।
जिसमें आलम्ब और भार के बीच आयास आए,
वो मशीन तृतीय श्रेणी का उत्तोलक कहलाए।
जैसे चिमटा, पेचकस और नेलकटर,
ऐसे बहुत से मिलकर करते गिटरपिटर।
आसानी से कर लो बच्चों अब तुम इनको याद,
उत्तोलक है सरल मशीन और इसके तीन प्रकार।
रचयिता
माधुरी जायसवाल,
सहायक अध्यापक,
अभिनव पूर्व माध्यमिक विद्यालय इब्राहिमाबाद,
विकास खण्ड-सिकरारा,
जनपद-जौनपुर।
Comments
Post a Comment