स्कूल चलो अभियान
दादा, काका, भैया सुन लो,
बच्चों को भेजो स्कूल।
अनपढ़ मत रखना बच्चों को,
मत करना तुम अब यह भूल।
सरकारी स्कूलों में सुविधा,
अच्छी बच्चों को मिलती है।
प्रशिक्षित शिक्षक यहाँ पढ़ाते,
पढ़ाई बढ़िया होती है।
गाँव की गलियों-गलियों से,
निकलो बच्चों स्कूल चलो।
पढ़-लिखकर इंसान बनो,
स्कूल चलो स्कूल चलो।
प्यार-दुलार से यहाँ पढाते,
शिक्षक आपके बच्चों को।
सदाचार और नैतिकता का,
पाठ पढ़ाते आपके बच्चों को।
मत समझो पढ़ाई नहीं होती,
इन सरकारी स्कूलों में।
बच्चे आपके भी निखरेंगे,
जरा भेजो इन स्कूलों में।
रचयिता
अशोक कुमार,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय रामपुर कल्याणगढ़
विकास खण्ड-मानिकपुर,
जनपद-चित्रकूट।
बच्चों को भेजो स्कूल।
अनपढ़ मत रखना बच्चों को,
मत करना तुम अब यह भूल।
सरकारी स्कूलों में सुविधा,
अच्छी बच्चों को मिलती है।
प्रशिक्षित शिक्षक यहाँ पढ़ाते,
पढ़ाई बढ़िया होती है।
गाँव की गलियों-गलियों से,
निकलो बच्चों स्कूल चलो।
पढ़-लिखकर इंसान बनो,
स्कूल चलो स्कूल चलो।
प्यार-दुलार से यहाँ पढाते,
शिक्षक आपके बच्चों को।
सदाचार और नैतिकता का,
पाठ पढ़ाते आपके बच्चों को।
मत समझो पढ़ाई नहीं होती,
इन सरकारी स्कूलों में।
बच्चे आपके भी निखरेंगे,
जरा भेजो इन स्कूलों में।
रचयिता
अशोक कुमार,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय रामपुर कल्याणगढ़
विकास खण्ड-मानिकपुर,
जनपद-चित्रकूट।
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