मिल्खा सिंह

 धावक थे जो बड़े महान,

 मिल्खा सिंह है शुभ नाम।

 जन्म लिया था गोविंदपुर में

 किए अतुलनीय बहुत से काम।।


 भारत विभाजन का था समय,

 माँ-बाप को खोया था जिसने।

 जीवन में कुछ कर दिखाना है,

 इस बात को मन में ठाना उसने।।


 सेना में मैकेनिकल इंजीनियर का,

 मिल्खा सिंह ने पद सँभाला।

 गुरुदेव सिंह ने किया प्रेरित,

 तो उत्तम धावक बने निराला।।


 इस धावक को देखने के लिए,

 मुस्लिम औरतों ने बुर्के को हटाया।

 फ्लाइंग सिख की मिली उपाधि,

 जनता में इस बात को बताया।।


 स्वर्ण पदक पाए बहुत से,

 रजत पदक भी था एक पाया।

 मिली उपाधि पद्मश्री की,

 सारे जग में नाम कमाया।।


रचयिता

गीता देवी,

सहायक अध्यापक,

प्राथमिक विद्यालय मल्हौसी,

विकास खण्ड- बिधूना, 

जनपद- औरैया।

Comments

Total Pageviews