काव्यांजलि,1387, दिनांक- शनिवार, 02 अक्टूबर 2021

**बेसिक की कविताएं*

# *काव्यांजलि* #
टीम मिशन शिक्षण संवाद की ओर से कविताओं का नया संग्रह

🔵🔴 *काव्यांजलि,1387* 🔴🔵
दिनांक- शनिवार, 02 अक्टूबर 2021~~~~~~~~



कक्षा- 6
विषय- हिन्दी (महान व्यक्तित्व)
पाठ- 30 महात्मा गांधी

*गांधी जयन्ती*

हे ! राम राज्य के संकल्पी,
तुमने बन्धन कारा तोडी।

अन्यायी क्रूर प्रशासन का,
अंग्रेजों के सिंहासन का।
तुमने हर खम्भा हिला दिया,
परचम, मिट्टी में मिला दिया।।

दीनों, दालितों के त्राता थे,
तुम भारत भाग्य विधाता थे।
तुम राष्ट्र पिता, युग नायक थे,
मानवता के उन्नायक थे।।

बस सत्य, अहिंसा व्रत लेकर,
सत्याग्रह का सम्बल लेकर।
तुमने इतिहास बदल डाला,
धूमिल आकाश बदल डाला।।

तुम अपने में आन्दोलन थे,
तुम जीवन थे, परिवर्तन थे।
तुम को शत-वन्दन करती हूँ,
माथे पर पदरज धरती हूँ।।

🙏रचना-
प्रवीणा दीक्षित
K.G.B.V.- कासगंज

✏️ *संकलन*
📝 *काव्यांजलि, टीम मिशन शिक्षण संवाद*

🔵🟣 *काव्याँजलि, 372*🟣🔵 
दिनाँक- शनिवार, 02.10.2021

कक्षा- 5
विषय-  हिन्दी
पाठ- 16 पानी रे पानी
*जलचक्र*

आओ बच्चों तुम्हें आज,
जलचक्र को समझाते हैं।
जलचक्र कैसे होता है,
इसे तुम्हें बतलाते हैं।।

सूर्य की किरणों के द्वारा पानी,
नदियों, समुद्र का वाष्पन हो जाता है।
और वही वाष्पन बादल बन,
आसमान में घिर जाता है।।

तापमान बढ़ने से बादल,
जल में बदल जाता है।
और वही जल धरती पर,
जोर से बरस जाता है।।

और इस प्रकार की क्रिया को,
जलचक्र की क्रिया कहते हैं।
वाष्पन से बादल, बादल से पानी,
बरसने को ही जलचक्र कहते हैं।।

  🙏 रचना-
हेमलता बहुगुणा (पूर्व प्र०अ०)
रा० उ० प्रा० वि०- सुरसिंहधार
वि० क्षे०-चम्बा, जिला- टिहरी गढ़वाल

✏️संकलन-
📝 *काव्याँजलि टीम, मिशन शिक्षण संवाद- उत्तराखण्ड*

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