प्यारे बच्चो

भारत की शान हो तुम,

 गुरुओं का मान हो तुम।

 बच्चो देश का तुम,

 भविष्य हो प्यारा।।

 माँ का जहान हो तुम,

 पापा की जान हो तुम।

 दादी लुटाएँ तुम पर,

 प्रेम बहुत सारा।।


 चंदा सी चाँदनी तुम,

 अंबर सी दामिनी तुम।

 सूरज सा तेज हो तुम,

 फैलाते उजाला।।


 कोयल की तान तुम,

 भंवरों का गान हो तुम।

 प्यारे बच्चो तुम हो,

 पुष्पों की माला।।


 तुम सी सच्चाई, मन में अच्छाई।

 ज्ञानी बनो खूब पढ़ो लेगा नाम जहां।।

 मेरे बच्चो तुम छू लो आसमां, 

 खुशी महके तुम रखो कदम जहां।।


 उन्नति मिले हर दिन हर पल,

 सूना लगे सारा जग तुम बिन।

 बच्चो मेरा हैं तुमसे जहां,

 महके आँगन हों बच्चे जहाँ।। 


 है ये दुआ प्यारे बच्चो,

 पालो तुम सारा जहां

 पार लगे सदा तुम्हारी नैया,

 उत्तम बनो तुम भविष्य खिवैया।।


रचयिता

गीता देवी,

सहायक अध्यापक,

प्राथमिक विद्यालय मल्हौसी,

विकास खण्ड- बिधूना, 

जनपद- औरैया।


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