कोरोना देशवे बिन जहर भईल बा

सावधानिये में उपाय छिपल बा,
कोरोना देशवे बिन जहर भईल बा।

अबही से ए भईया हो जा सावधान,
सुना ए भईया बहिनी बतिया ल मान।
हास परिहास का समय ई नाही,
धैर्य धारण करके घरवे रही।
हाय रे समईया काल भईल बा,
कोरोना देशवे बिन जहर भईल बा।

साफ-सफाई से घरवे में रईहा,
दूसरे के घरवे में नाही भईया जईहा।
यदि तू जईबा बढ़ जाई परेशानी,
देशवे के हो जाई बहुत बड़ी हानि।
पूरे विश्व में इहे बवाल मचल बा,
कोरोना देशवे बिन जहर भईल बा।

पाँच सौ पीड़ित अब होई गईले,
आपन सुरक्षा जे खुद नाही कईले।
मनवा मसोस भईया घरवे में रहा,
बरतें सावधानी सबही से कहा।
साबुन से हाथ बार-बार धुलेके बा,
कोरोना देशवे बिन जहर भईल बा।

कोरोना देशवे बिन जहर भईल बा।

रचयिता
दीपक कुमार यादव,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय मासाडीह,
विकास खण्ड-महसी,
जनपद-बहराइच।
मोबाइल 9956521700

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