आज घर में रहो

हिफाज़त मुल्क की बस तुम्हीं को करनी है
तो अपने मुल्क के खातिर तुम आज घर में रहो
सभी की जान से ही तो है हमारे मुल्क की जान
तो हर एक जान के खातिर तुम आज घर में रहो
जान होती है तब जहान होता है
तो इस जहान के खातिर तुम आज घर में रहो
अपनी जान को समझो तुम अपने मुल्क की जान
तो अपनी जान के खातिर तुम आज घर में रहो
तुम्हारी जान अम्मी जान की अमानत है
तो अम्मी जान के खातिर तुम आज घर में रहो
इंसानियत बचेगी तभी जब इंसान बाक़ी रहे
तो हर इंसान के खातिर तुम आज घर में रहो
किसी की जान बचाना सवाब होता है
तो इस सवाब के खातिर तुम आज घर में रहो
खुदा का हुक्म है के फिक्र करो तुम सबकी
तो इस फिक्र के खातिर तुम आज घर में रहो
गर आज घर ना रहे तो फिर रहोगे कहाँ
तो इस ख्याल के खातिर तुम आज घर में रहो
कॅरोना से बचना है गर नजम तो बस करो इतना
कॅरोना से बचने के खातिर तुम आज घर में रहो।

रचयिता
नजमुद्दीन,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय लक्ष्मियापुर,
विकास क्षेत्र-भोजीपुरा,
जनपद-बरेली।

Comments

  1. बच्चों व बड़ों से विनम्र अपील
    आज घर में ही रहो
    लॉकडाउन है स्थिति गंभीर
    आज घर में ही रहो ��

    Very emotional and beautiful creation, sir ji ����

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