पौधे के भाग

1. जड़
धरती में जिसकी पकड़ होती है।
पौधे की वह जड़ होती है।
खनिज लवण,जल करते अवशोषण।
इससे पौधों का होता पोषण।
               
2. तना
खंभे जैसा भाग जो, सीना ताने है तना।
चौकी, कुर्सी, दरवाजा आदि इससे बना।
खनिज लवण, जल पहुँचाने का,
यही भाग माध्यम बना।
               
3. पत्ती
जब भी हवा चलती है, पत्ती लहराती है।
सूर्य के प्रकाश में भोजन बनाती है।
पौधे के भोजन की ये प्रक्रिया,
प्रकाश संश्लेषण मैडम बताती हैं।
इसलिये पौधे की पत्तियाँ,
रसोईघर कहलाती हैं।
               
4. फूल
पौधे का सबसे आकर्षक भाग।
नयनों से करते नयनाभिराम।
बीज के अंदर बीजरूपी, एक जीवन पनपता है।
अरे! पुष्प से ही तो सारा जग महकता है।
               
5. फल
 फलों का राजा कहलाता है आम।
 फलों को खाते हम सुबहो शाम।
 रोगियों को हम फल खिलाते हैं।
 उनके जीवन को रोगमुक्त बनाते हैं।
 फलों से हमारा अपनापन है।
 क्योंकि इसमें छिपा नन्हा जीवन है।
               
6
 पौधों से मिलती ऑक्सीजन है।
 जिससे हम करते श्वसन हैं।
      इसपे न्यौछावर मेरा-
           तन है......
           मन है.......
           धन है.......

रचयिता
शशिकान्त संघमित्रा,
प्रधानाध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय मरवटिया,
विकास खण्ड-नौगढ़,
जनपद-चन्दौली।
7390876173

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