अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस विशेषांक,20,पूजा पांडेय ,कन्नौज

*👩🏻‍🏫अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस विशेषांक*

*मिशन शिक्षण संवाद परिवार की बहनों की संघर्ष और सफ़लता की कहानी*

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*👩‍👩‍👧‍👧महिला सशक्तिकरण- 20*
(दिनाँक- 27 मार्च 2019)
*पूजा पाण्डेय (प्र अ)*
प्रा. वि .कल्याणपुर ,
छिबरामऊ, कन्नौज
*सफलता एवं संघर्ष की कहानी :-*
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मैं पूजा पाण्डेय प्रधानाध्यपिका की इस विद्यालय में नियुक्ति 24 अगस्त 2013 को हुई।
जब मैं विद्यालय में आई थी तब विद्यालय की छात्र संख्या मात्र 76 थी और विद्यालय की दैनिक स्थिति बहुत ख़राब थी । विद्यालय प्राँगण में बहुत ज्यादा गन्दगी फ़ैली रहती थी व प्राँगण में भैस बकरी बंधी रहती थी गांव वाले विद्यालय में गंद्दगी ही फैलाये रहते थे हमारे इस विद्यालय में आने के बाद विद्यालय प्राँगण को सर्वप्रथम भैस बकरी बंधने से मुक्त कराया गया । प्राँगण को सीमेंटेड कराया गया बाउंडरी बॉल का निर्माण कराया गया कक्षा - कक्षों का सुंदरीकरण कराया गया विद्यालय के शैक्षणिक परिवेश को बेहतर करने के लिए बाउंडरी वॉल पर पेंटिंग कराई गई  विद्यालय में नामांकन बढ़ाने हेतु शैक्षणिक परिवेश व विद्यालय परिवेश को बेहतर किया गया । सामुदायिक सहभागिता से जुड़कर देखा गया कि गांव में निरक्षर महिलाओं की संख्या बहुत ज्यादा है
इसीलिए शिक्षा के प्रति जागरूकता नहीं देखी गई व बच्चों को नियामित विद्यालय भेजने में रूचि नहीं देखी गई । बच्चों को नियमित स्कूल भेजने के लिया प्रधानाध्यापिका द्वारा एक मुहीम  चलाई गई निरक्षर महिलाओं को साक्षर करना व निरक्षर महिलाओं को साक्षर करने के लिए स्कूल बंद होने के बाद प्रधानाध्यापिका द्वारा कक्षा का संचालन किया गया जिसमें प्रधानाध्यापिका द्वारा निरक्षर महिलाओं  को पढ़ाना शुरु किया गया महिलायें जब साक्षर होने लगीं तो विद्यालय की छात्र संख्या में वृद्धि होने लगी । आशा बहुओं से जुड़कर प्रधानाध्यापिका द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मुहीम चलाकर सबसे पहले जेंडर इक्विटी को आगे बढ़ाया गया । घर में किसी के यहाँ बेटी के जन्म लेने पर प्रधानाध्यापिका सगुन लेकर जाती हैं विद्यालय को स्वच्छ व सुन्दर बनाया गया । इसके अलावा शैक्षणिक माहौल को कान्वेंट स्कूल की तरह कर दिया गांव में स्वच्छता की अलख जगाने के लिए  घर-घर में डस्टबिन उपलब्ध कराये । प्लस्टिक हटाओ देश बचाओ की रैली निकालकर कागज की थैली उपयोग में लाये इस पर प्रधानाध्यापिका द्वारा प्रेरित किया गया। स्वच्छता के तहत प्रधानाध्यापिका द्वारा घर-घर जाकर लड़कियों को सेनेटरी पेड के बारे में जानकारी दी गई । " सेनेटरी पैड को उपयोग करो बीमारी को दूर करो " प्रधानाध्यापिका द्वारा नारी सशक्तिकरण की रैलियां निकाली गई एवं नारी सशक्तिकरण पर जोर दिया गया ।

_✏संकलन_
*📝टीम मिशन शिक्षण संवाद।*

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