जल है तो कल है

कक्षा-5
विषय-हमारा परिवेश
पाठ-13
जल है तो कल है

जितने पानी की हो जरूरत
उतना ही उपयोग करें।
नल का कार्य खत्म होने पर
उसको फ़ौरन बन्द करें।।
घर में पानी कहीं टपक रहा
प्लम्बर को हम फ़ोन करें।
तालाब, कुँए और नदी का पानी
हर्गिज़ न दूषित करें।।
सिंचाई में पानी का ख़र्च हो कम,
ड्रिप, स्प्रिंकलर का प्रयोग करें।।
ब्रश करते समय नल रहे बन्द,
पानी का ऐसे बचाव करें।।
जल ही जीवन है मान लें हम,
जल एकत्र भी हम ही करें।।
पारम्परिक तरीके अपनायें हम,
बिज़ली मशीन को दूर करें।।
अपनायें जल संरक्षण के तरीके,
जल की समस्या को हम हरें।।

रचयिता 
गीता यादव,
प्रधानाध्यपिका,
प्राथमिक विद्यालय मुरारपुर,
विकास खण्ड-देवमई,
जनपद-फ़तेहपुर।

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