गुरुनानक देव जी

15 अप्रैल 1469 में गुरुनानक जी ने जनम लिया।
लाहौर के तलवंडी स्थान को कृतार्थ किया ।।

पिताजी कालुचंद्र वेदी
माता त्रिपता जी थी।
बाल्यकाल से बड़ा शौक था
रचनाएँ करने का।।

हिन्दू-मुस्लिम में कोई भेद नहीं
सब परमेश्वर के घर से आये हैं।
ये कथन नानक जी का था।
परमेश्वर ही सबको बनाये हैं।।

मरदाना से मिलकर के
मिशन की शुरुवात किया।
जातिभेद मूर्ति पूजा का
उन्होंने घोर विरोध किया।।

सन्यासी के रूप में रहकर
सिक्ख धर्म की स्थापना किया।
मक्का मदीना की यात्रा में
सब लोगों को प्रभावित किया।

पंजाब में करतारपुर गाँव में,
किसान रूप में वास किया।
वहीं रहते-रहते
उनका देहवसान हुआ।।

ऐसे गुरुनानक देव को सबने याद किया।
जाति भेद को जिसने मिटाने का प्रयास किया।।

रचयिता
अनुरंजना सिंह,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय कोठिलिहाई,
जनपद-चित्रकूट।

Comments

Total Pageviews